चतरा 20 राकेश रंजन के द्वारा एसपी के पदभार संभालने के चंद दिनों के अंदर एक ऐसे उग्रवादी की गिरफ्तारी अमल में आई है जिस के सर पर लगभग तीस पुलिस कर्मियों की हत्या का आरोप है। इसकी गिरफ्तारी पर राज्य सरकार ने 15 लाख रुपये का इनाम रखा था।बावजूद इसके 20 वर्षों से उग्रवादी वारदातों को अंजाम दे रहा था। रमेश गंझू अपने तीन उप नामों से झारखंड तथा बिहार राज्यों में सक्रिय रहा है। अपनी कम सिनी में ही भाकपा माओवादी संगठन में शामिल हुआ था।जिला मुख्यालय के बधार कोरचा का रहने वाला है। टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के उदय के बाद भाकपा माओवादी संगठन का प्रभाव नाम मात्र का रह गया था। परंतु प्रतिबंधित टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के कमजोर एंव निष्क्रिय होने के बाद फिर से भाकपा माओवादी संगठन पैर पसारने के फ़िराक़ में है।इस बात की संकेत दुर्दांत इनामी उग्रवादी की गिरफ्तारी से लगाया जा रहा है। चतरा की भूमि पर बड़े पैमाने पर अफीम पोस्ता की खेती से होने वाली कमाई पर संगठन का नजर है। यही कारण है कि गिरफ्तार इनामी उग्रवादी इन दिनों संगठन के अतिरिक्त अफीम शुगर के तस्करों के सम्पर्क में था। सूचना तंत्र से प्राप्त सूचना पर त्वरित कारवाई करते हुए एसपी श्री सिंह के निर्देश पर गिरफ्तारी अमल में आई।
जिले के टंडवा क्षेत्र अंतर्गत 2011ई में पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगाकर हमला किया।जिसमें तीन पुलिस कर्मी शाहिद हुए थे।शेष पुलिस जवान गम्भीर रूप से जख्मी हो गए थे।परिणामस्वरूप 7 गाड़ियों को जला दिया था और मौके वारदात से एक इंसास राइफल समेत चार अन्य राइफल भी लूट लिया था।चतरा जिला के वशिष्टनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम राजगुरुआ में 2019 ई में राकेश सिंह के द्वारा लेवी की राशि नहीं देने के कारण उनके दो हाइवा गाड़ी तथा पोकलेन मशीन को जला दिया था। लातेहार के बुढ़ा पहाड़ के जंगल में साल 2011ई में हुए मुठभेड़ के बाद दो पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे।उग्रवादियों ने यू बी जी एल लूट लिया था।इसी जिला के बालूमाथ थाना क्षेत्र में साल 2012 ई में एक सौ दस्ता सदस्यों ने सुरागी टोंगरी के पास पुलिस बल पर एम्बुश लगा कर पुलिस वाहन को बम से उड़ा दिया। गोली बारी में तीन पुलिस कर्मी शाहिद हुए थे। शेष पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। उग्रवादियों द्वारा घटना स्थल से एक वायरलेस सेट, एक एसएलआर, 4 इंसास राइफल तथा लगभग छः सौ जिंदा कारतूस लूट लिया था।
2013 ई में औरंगाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस कैंप में 50 उग्रवादियों ने तीन स्कार्पियो से घुस कर अंधाधुंध फायरिंग कर 30 राइफल लूट लिया था।गोली बारी में एक पुलिस जवान शहीद हो गया था। 2013 ई में लातेहार जिला के बरवाडीह थाना क्षेत्र के अमुआ टिकर गांव के कटिया जंगल में देर रात में एम्बुश लगाकर पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें 14 पुलिस कर्मी शाहिद हो गए थे।शाहिद होने वालों में सीआरपीएफ के जवान भी शामिल थे। शहीद जवानों को बेदर्दी से पेट चाक कर आई ई डी फिट कर दिया था। पुलिस के सारे हथियार भी लूट लिया था। पलामू जिला के विश्रामपुर थाना क्षेत्र में वर्ष 2014 ई में टीपीएससी उग्रवादियों पर हमला कर 16 सदस्यों को मार दिया तथा उनके सारे हथियार लूट लिया था। 2018 ई में गया जिला के आमस थाना के चौकीदार राजेश्वर पासवान को गोली मार कर शाहिद कर दिया था।
नरेंद्र कुमार सिंह डीआईजी ने मीडिया को खिताब करते हुए कहे थे कि दुर्दांत व खूंखार उग्रवादी का दूसरा नाम रमेश गंझू उर्फ अंकित जी, उर्फ आजाद जी, उर्फ हरिकेश जी है।इस गिरफ्तारी अभियान में शामिल पदाधिकारियों कर्मियों का किरदार अति सराहनीय है।परंतु चतरा एसपी राकेश रंजन विशेष रूप से मोबारकबाद के मुस्तहिक़ हैं।