पिपरवार से संवाददाता जयप्रकाश साहा की रिपोर्ट
पिपरवार। 20 वर्षो से बंद कोल इंडिया के अनुषंगी कंपनी सीसीएल के बरका – सयाल क्षेत्र के हेंदेगीर छापर कोलियरी
पुनः एक बार चालू होने का प्रक्रिया तेज हो गया है।20 वर्षों से बंद पड़ा भूमिगत खदान का के खुलने से क्षेत्र के लोगों में आशा कि किरण जगी है। बन्द पड़ी खदान का निरक्षण बुधवार को बरका-सयाल के जीएम अमरेश कुमार सिंह पूरे टीम के साथ आये। इस दौरान परियोजना कार्यालय परिसर मे एक सादे समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे गांव के स्कूली बच्चियों ने जीएम अमरेश कुमार सिंह को फूल माला व बुके देकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान जीएम ने ग्रामीणों का हाल चाल जाना और सभी समस्याओं से अवगत हुए। जीएम अमरेश कुमार सिंह ने कहा कि सीसीएल परिवार छापर कोलयरी को खोलने को लेकर सारी कागजी प्रकिया पूरी कर रही है। कागजी प्रकिया में विलंब हो रही है जो पूरा होते ही इसी वर्ष कोलयरी चालू कर दिया जाएगा। जीएम ने कहा कि खदान खुलने से जो रैयत विस्थापित होंगे जिनका जमीन सीसीएल में जा रहा है वैसे लोग अपना जमीन का कागजात कार्यालय में जमा कर नौकरी मुआवजा लेने के प्रकिया में लग जाये। जीएम ने कहा कि फरवरी से छापर परियोजना कार्यालय को मरम्मत कर कार्यालय चालू किया जाएगा। सभी कार्य छापर परियोजना कार्यालय के माध्यम से संपन्न होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक दायित्व योजना के तहत परियोजना के आसपास के पंचायतों का विकास किया जाएगा। मौके पर रांची जिला उप चेयरमैन पार्वती देवी ने कहा कि जमीन सम्बंधित जो भी परेशानी हो रही है उसके लिए जनप्रतिनिधियों विस्थापित अंचलाधिकारी से मिल कर मामले को निष्पादन किया जाएगा। ताकि सीसीएल को जमीन उपलब्ध हो सके और जल्द छापर कोलयरी चालू हो । मौके पर एसओसी नन्द किशोर मांझी, पीआरओ, सुबोध कुमार, पदस्थापित परियोजना पदाधिकारी पीसी राय ,मैनेजर ज्ञान प्रकाश कुमार , जिला परिषद सुमन मुंड़री, प्रमुख सुमन पहान, समारोह मे अहम भूमिका निभाने वाले ,चमरू लोहरा,अर्जुन सिंह, महेंद्र सिंह,वकील मुंडा,अनिल लोहरा,कृष्णा लोहार,रवि लोहार,चारकु मुंडा,राजन मुंडा,बाबूराम माझी,जगदीश मुंडा,जितेन्द्र मुंडा,जगदेव हासदा, राजेश मुंडा,विजय लोहरा,अजय लोहरा,गणेश मुंडा, सहित काफी संख्या मे ग्रामीण भी उपस्थित थे