मुजफ्फर हुसैन संवाददाता, रांची
रेस्क्यू सेंटर में पैसों का गबन को लेकर ग्रामीणों सरकार से उच्च स्तरीय जांच की मांग किये।
रांची:- ओरमांझी प्रखंड के बरवे मौजा के अंतर्गत बरवे रिगाटोली बड़का पतरा में लगभग 100 एकड़ भूमि पर रेस्क्यू सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें चारों तरफ चारदीवारी का निर्माण होना है। आज रमेश उरांव ग्राम प्रधान बर्वे एवं महासचिव व प्रवक्ता जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी रांची के नेतृत्व में वन विभाग के पदाधिकारी संजय कुमार, गोरखनाथ यादव इत्यादि पदाधिकारी गण से ग्रामीणों के साथ वार्ता किया गया। पूर्वजों से महली, घाँसी , तेली एवं अन्य जाति का श्मशान घाट में ग्रामीण तीनों जात का किर्याक्रम करते आ रहे हैं। सभी जातियों को श्मशान घाट जाने के लिए रास्ता का अति आवश्यकता है। इसी मुद्दे को लेकर पूर्व से ही ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित है जिसमे 40 फीट का रास्ता निकलता है। वन विभाग के किनारे श्मशान घाट जाने के लिए स्वतंत्र रूप से वन पदाधिकारी और ग्रामीणों के बीच सहमति बनी। वन विभाग के द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया की श्मशान घाट जाने के लिए 40 फीट का रास्ता वन विभाग की ओर से छोड़ दिया जाएगा। उसको छोड़ कर हम चारदीवारी निर्माण कार्य कर सकते हैं। इस पर सभी ग्रामीणों ने सहमति जताई। अगर वार्ता करके दोनों पदाधिकारी किसी प्रकार का किंतु परंतु करते हैं तो ग्रामीण इसके लिए आर-पार लड़ने के लिए तैयार हैं। यह भी कहा गया कि शमशान घाट में जितना भी एरिया पड़ता है। उसको चिन्हित कर अर्थात छोड़कर चारदीवारी का निर्माण किया जाएगा। कुछ भाग जंगल में पड़ता है, उसमें भी सहमति बनी और रास्ता छोड़कर दोनों तरफ से चारदीवारी का निर्माण करने की बात कही गई। जिससे ग्रामीण को जाने में कोई किसी प्रकार का कोई दिक्कत नहीं होगा। यह भी तय हुआ कि ग्राम सभा रेस्क्यू सेंटर में निर्माण कार्य का जो सामग्री लगाई जा रही है घटिया किस्म का है। उस पर ठेकेदार के प्रति रोक लगाने का बात कहा गया और उच्च अधिकारी को इसकी सूचना देने का भी बात हुआ। वर्तमान में गोरखनाथ यादव के माध्यम से सबसे निचले स्तर का खराब ईट गिराया गया है। वन विभाग की निगरानी mein खराब ईंट से चारदीवारी का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों खराब ईंट नहीं लगाने का अनुरोध किया है। ग्रामीणों ने आवाज बुलंद करके बतलाया वन विभाग की हठधर्मिता में लगी हुई है ऐसा क्यों है? खराब ईंट को लेकर ग्रामीणों ने वन पदाधिकारी के बारे में बतलाया की वन विभाग द्वारा ईंट का खरीद-फरोक्त ₹5 – ₹6 में करते हैं। ग्रामीणों गोलबंद होकर सरकार से यह सब जानना चाहते हैं और उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। अगर नियम है तो आम जनता को बताने का कृपा करेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल ग्राम प्रधान एवं महासचिव व प्रवक्ता जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी रमेश उरांव, विधायक प्रतिनिधि प्रोफेसर प्रेम नाथ मुंडा, वार्ड सदस्य एवं अनुसूचित जनजाति हरिजन विभाग के अध्यक्ष किशोर नायक, राजेश नायक, लक्ष्मण नायक, सुरेश नायक, मनोज साहू, मनी नाथ अमली, रामअवतार साहू, दीपक साहू, रीना देवी, कुंती कुमारी, पुष्पा देवी, अभिनाश उरांव, देव लाल नायक, अजय नायक, कृष्ण मोहन नायक, कैलाश नायक अन्य सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।