13 फरवरी को बनेगी रणनीति बंधन तिग्गा।
आदिवासी मूलवासी महासभा झारखंड के तत्वावधान में बिहार कल्ब रांची में आज 29 जनवरी को निम्नलिखित निर्णयों को संवाददाता सम्मेलन में सरकार से मांग रखा गया।
(1) झारखंड असैनिक सेवा नियमावली 2021की धारा 17 (॥) में प्रावधान कि प्रारम्भिक परीक्षा से 15 गुणा चयनित अभ्यर्थियों में से न्यूनतम प्राप्त अंक से आरक्षित वर्गों के लिए 8% अंक नीचे तक ही अभ्यर्थी का चयन मुख्य परीक्षा में प्रवेश हेतु निर्धारित है, जिसे घटाने की मांग सरकार से की गई।
चुकि आरक्षित वर्गों के चयनित होने का अधिकार एवं अवसर सीधे तौर पर प्रभावित होता है, मालूम हो कि आरक्षित वर्गों के लिए सफल होने के न्यूनतम अंक पूर्व से निर्धारित है।
(2) 7वी, 8वी, 9वी राज्य असैनिक सेवा परीक्षा लेने का निर्णय स्वागत योग्य कदम है परंतु इन परीक्षाओं में अधिकतम उम्र सीमा में छुट देने की आवश्यकता है जिसकी मांग की गई।
(3) राज्य बनने के बाद एवं वर्तमान में भी राज्य के शीर्ष पदों जैसे जेपीएससी के अध्यक्ष व सदस्य, राज्य कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष व सदस्य, विश्वविद्यालय के कुलपति व प्रतिकुलपति, झारखंड अधिविध परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्य तथा अन्य संवैधानिक व स्वायत्त संस्थानों, बोर्ड, निगम, आयोग में झारखंड के मूल-निवासी का न्युक्ति
नही होना दुर्भाग्यपूर्ण है और आज भी वही स्थिति है।
जिसके कारण राज्य निर्माण का उद्देश्य पुरी नही हो रही है।
(4) अनुबंध न्युक्ति संस्कृति पर रोक लगाये जाए और सीधी न्युक्ति प्रक्रिया आरम्भ करने की जाए, चुकि इसमे भाई भतीजावाद अफसरों की मनमानी होती है और आरक्षण नियमों का अनुपालन नही होता है।
(5) राज्य में आरक्षित वर्गों का विभिन्न संवर्गीय एवं शिक्षकों के पदों पर वर्षों से बैकलाॅक रिक्तियां पड़ी हुई है इन पदों पर न्युक्ति प्रक्रिया आरम्भ किया जाए।
(6) उत्क्रमित मध्य विद्यालयों और नव प्राथमिक विद्यालयों में पद सृजित कर टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को बहाली किया जाए।
(7) 3700 उर्दू शिक्षक के पदों को स्नातक टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरा जाए।
उक्त सभी सवालों को लेकर आगामी 13 फरवरी को रांची में बिर्हत सेमिनार किया जाएगा, जिसमें समाजिक संगठनों के प्रतिनिधि एवं राज्य के प्रबुद्ध लोग आमंत्रित किये जाएंगे।
आज के संवाददाता सम्मेलन को सरना धर्मगुरू बंधन तिग्गा, शिक्षाविद् डां करमा उरांव, एस अली, शिवा कच्छप, सुरेन्द्र पासवान, मनोज यादव, निरंजन कुमार महतो, मो प्रवेज, प्रवीण मुण्डा, मदन साहू आदि ने सम्बोधित किया।