गढ़वा से अमित कुमार सिंह की रिपोर्ट
भवनाथपुर :भवनाथपुर सेल के बन्द लाइमस्टोन खदान के सरैया में शनिवार को संवेदक के द्वारा कटीले तार से घेरने के लिए खोदे जा रहे जेसीबी मशीन से गढ़े को ग्रामीणों ने रोक लगा दिया। साथ ही मौके पर सेल के अधिकारी व संवेदक से मारपीट पर उतारू हो गए। मौके के नजाकत को देखते हुए भवनाथपुर थाना पुलिस व सीआईएस एफ के जवानों को हंगामा स्थल पर बुलाया गया जहां थाना प्रभारी सीबी सिंह व सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह दल बल के साथ पहुंच कर विस्थापितों को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया तथा विस्थापितों को सेल के प्रशासनिक भवन पर वार्ता के लिए बुलाया गया है।
क्या है मामला?
बताते चलें कि वर्ष 13 में फोरेस्ट क्लियरेंस नही मिलने के कारण सेल के लाइमस्टोन के तीन खदान घाघरा, सरैया व गुड़गांव को बंद कर दीया गया था। जिसे सेल के द्वारा झारखण्ड सरकार को हैंडओवर की प्रक्रिया चल रही है। जिसमें बन्द खदान एरिया में खनन किये गए गढे को फेनसिंग कराया जा रहा है। वन विभाग के एरिया में बाउंड्री व खाली पड़े जमी पर प्लांटेशन लगाना है। जिसमें सेल के द्वारा बोकारो चास के एक संवेदक को कार्य मिला है। जिसे भवनाथपुर निवासी नीलू सिंह के द्वारा कार्य कराया जा रहा है। शनिवार को संवेदक की जेसीबी मशीन कार्य करने गई थी जहां ग्रामीणों ने कार्य बंद करा दिया।
मौके पर सूचना पा कर पहुंचे खान प्रबन्धक बी पानी ग्रही पहुंच कर उक्त लोगों को नक्शा के हिसाब से समझना चाहा पर आक्रोशित ग्रामीण उग्र हो गए और मारपीट पर उतारू हो गए जिसके बाद भवनाथपुर पुलिस व सीआईएस एफ के जवानों को बुलाया गया। हालांकि जब तक ग्रामीणों व सेल प्रबंधन का वार्ता नहीं होता है तब तक विवादित स्थल पर कार्य बंद करा दिया गया है.