मुजफ्फर हुसैन अंसारी संवाददाता, रांची
बालाजी क्रेशर खदानो का लापरवाही से घटनास्थल पर एक मजदूर की मौत।
ग्रामीणों रात भर लाश के पास न्याय की गुहार लगाते रहे।
ओरमांझी सीओ शिवशंकर पाण्डेय का ग्रामीणों रात से कर रहे थे इन्तेजार, काफी वक्त बाद 17 घण्टा बाद पहुंचे ओरमांझी सीओ।
17 घंटा बाद सवेरे 11 बजे पहुंचे सीओ।
रांची:- ओरमांझी प्रखंड के इचादाग पंचायत के 52 वर्षिय नरेश सिंह को बालाजी क्रेशर के गिट्टी लदा डंफर JH09J- 8330 ने लिया चपेट में जिससे घटनास्थल पर ही नरेश ने दम तोड़ा। नरेश बाजार से सब्जी करके साइकिल से अपना घर लौट रहा था लौटने के क्रम में ही पूल के पास गिट्टी लदा डंपर की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हो गई। नरेश अपने परिवार का एकलौता कमाने वाला था। उनकी पत्नी वैजंती देवी ने बताया की उनके छोटे-छोटे तीन बच्चे है जिसमें एक बेटी और दो बेटे हैं बेटी का नाम संजना कुमारी, और बेटे का नाम लक्ष्मण,और देवीलाल है।हादसे को लेकर इचादाग पंचायत मे पूरा सन्नाटा पसर गया। और नरेश के परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल था। वही इचादाग पंचायत के ग्रामीण एकजुट होकर रात भर घटनास्थल पर लाश के पास ही बैठे रहे। ग्रामीण घटनास्थल पर सीओ को बुलाने की मांग कर रहे थे और करीब 17 घंटे बाद ओरमांझी सीओ शिव शंकर पांडे घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की और ग्रामीणों को बहुत समझाने के बाद मुआवजा राशि का लिखित स्वीकृति पत्र देने के बाद ग्रामीण शांत हुए। उसके बाद प्रशासन के द्वारा शव का पंचनामा करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक ओरमांझी प्रखंड पंचायत इचादाग में क्रेशर की मनमानी थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बालाजी क्रेशर द्वारा नरेश सिंह को डंफर से मारने के बाद, इसकी शिकायत ओरमांझी सीओ को इन्फॉर्म किया। लेकिन 17 घंटा तक सीओ की इन्तेजार में लाश पूल के पास पड़ी रही।
मौके पर ओरमांझी सीओ शिव शंकर पाण्डेय, थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, मुखिया रामधन बेदिया, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष तुलसी खरवार, सफीउल्लाह अंसारी, सुरेश साहू, हरिमोहन महतो और ग्रामीण आदि लोग उपस्थित थे।