रिपोर्ट मोहसीन आलम
भूखे प्यासे रहकर शाम में अफ्तार के वक्त रोजेदारों ने देश की खुशहाली व अमन चैन की दुआएं मांगी
ओरमांझी -पाक पवित्र पूर्व शबे बरात की रात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खुदा के दरबार में खूब इबादतें कियें ।लोग अपने घरों मस्जिदों में रात भर सजदे व दुआएं किए और अपने गुनाहों की माफी मांगा ।शबे बरात गुनाहों से माफी मांगने की रात है।मुस्लिम धर्म के मान्यता के अनुसार ये रात काफी अहमियत की रात होती है इस जो दुआएं मांगी जाती है उसे खुदा कुबूल कर लेता है ।दुआएं रद नही होती है।वही इस रात को लोग कब्रिस्तान में जाकर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति की दुआएं भी मांगी
शबे बरात के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगो नेअपने आस पास पड़ोस के गरीब असहाय लोगों को अपने घर बुलाकर व गरीबों के घर स्वादिष्ट मिठाई पूडी हलवा पहुंचा कर गरीबों के सुख दुख में शामिल हुए । सभी बारात के मौके पर मरीजों को देखने भी लोग पहुंचे मरीजों को उसकी बीमारी के मौके पर दुख सुख में शामिल होना इस पर्व की महत्वता है तो शबे बरात की सुबह सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों भूखे प्यासे रहकर शाबान महीने की रोज रखा । अनाज का एक दाना वह पानी का एक घूंट भी रोजेदार ना खाया ना पिया और दिन भर ईश्वर की भक्ति में लीन रहे कोई कुरान पड़ता रहा तो कोई नमाजो में तो कोई ईश्वरीय ग्रंथों का अध्ययन करते रहा शबे बरात के 15 दिन बाद रमजान आने वाला है इसकी तैयारी मुस्लिम समुदाय के लोग करना शुरू कर दिए हैं। रोजा रखकर लोगों ने काफी शाम में घर के परिवार वालों के साथ अफ्तार पार्टी किया और अपने देश की खुशहाली और समृद्धि के लिए दुआएं मांगी वही कोरोनावायरस से मुक्ति की भी दुआएं मांगी गई। लोगों द्वारा अफ्तार के लिए तरह-तरह के फल फ्रूट हुआ तले हुए खाने बनाए गए थे। छोटे-छोटे बच्चे बूढ़े नौजवान सभी ने रोजे रखे और ईश्वर से अपने अंदर सच्चाई ईमानदारी लाने की शक्ति मांगी गई