RANCHI: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जब लोग भारत की आजादी के सपने देख रहे थे, तब से झारखंड के लोग संघर्ष कर रहे थे. चाहे वह कोई भी क्षेत्र हो. कोल्हान, संथाल परगना, पलामू, छोटानागपुर हर क्षेत्र में कई जगह पर शहीदों का इतिहास छिपा है. बिरसा मुंडा, निर्मल महतो, बुद्धू भगत, तिलका मांझी, बिनोद बिहारी महतो अनेक ऐसे नाम है, जिन्होंने झारखंड को बनाने में अपना अहम योगदान किया है. उन्होंने कहा कि गिनती करते थक जाएंगे, पर शहीदों के नाम खत्म नहीं होंगे. वे आज खरसावां में शहीदों को नमन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि शहीदों को नमन कर कार्य का प्रारंभ करते हैं, क्योंकि उनके आदर्शों से शक्ति मिलती है. आज झारखंड देश के पिछड़े राज्यों में एक है. पिछड़ा राज्य होने के बावजूद भी यहां लंबी-लंबी लड़ाई लड़ी गई. चाहे वह शोषक वर्गों के खिलाफ हो. महाजनों के खिलाफ या अंग्रेजों के खिलाफ हो. शरीर पर कपड़ा नहीं होता था, फिर भी लड़ाई लड़ते रहते थे._
उन्होंने आगे कहा कि साल का पहला दिन हम उन लोगों को याद करते हैं, जिनके कदमों और परछाई के पीछे चलते हैं. यह हमारे लिए गौरव की बात है. मुख्यंमंत्री ने कहा कि जिस दिन गरीब के पेट में अनाज आ जाएगा, जिस दिन गरीब के चेहरे पर मुस्कान होगी. वही दिन उसके लिए होली और दीपावली होगा.
उन्होंने कहा कि आदिवासी बिना किसी कारण किसी को कुछ नहीं करते. जब-जब उन पर अत्याचार हुआ है, तब-तब उन्होंने विरोध किया है. खरसावां शहीद के लोगों को ढूंढकर नौकरी देने का काम किया जाएगा. राज्य में जितने भी शहीद हैं, उनके परिवारों को पेंशन देने का कार्य सरकार की ओर से किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई ऐसा नियम कानून नहीं बना बनाया जाएगा, जिससे राज्य के लोगों को तकलीफ हो. पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 5 साल जो बीता है, वह काफी कष्ट भरा था. कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया किया जाएगा, जिससे के राज्यहित को नुकसान पहुंचे. सभी कार्य राज्यहित में किए जाएंगे. हर वर्ग के लोगों को विकास का सहभागी बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग के नाम पर हमेशा लोगों ने ठगा हुआ महसूस किया है, जिसका नतीजा लोग अभी भुगत रहे हैं. उनकी रोजी रोजगार चली गई है. लोग विस्थापित हो गये. उन्होंने कहा कि जब भी उद्योग लगेगा, तब सरकार उद्योग और जमीन मालिक दोनों को संरक्षण देने का काम करेगी.
मुख्यंमंत्री ने कहा कि राज्य में कोई भी भूखा नहीं मरेगा. सभी को भरपेट अनाज देने का काम सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि 5 साल में जो दाग लगा है, उसे धोने का काम वे करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि आज लोग पिकनिक मना रहे हैं और हम शहीदों को नमन कर रहे हैं. झारखंड के लिए इससे बड़ा पिकनिक नहीं हो सकता.