रांची: चान्हो मदरसा चौक में आज CAA और NRC NPR के विरोध में यूनाइटेड ओलमा मिल्ली काँसिल बैनर तले एक दिवसीय संविधान बचाओ सभा का आयोजन किया गया।
विरोध सभा को संबोधित करते हुए आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष संजय महली ने कहा भारत देश एक लोकतांत्रिक देश है संविधान कहता है के यहां किसी भी जाति और समुदाय के नाम पर वोट नहीं लिया जाएगा मगर यहां विशेष पार्टी के लोग अपने वोट बैंक के खातिर संविधान से छेड़छाड़ करके अपना वोट बैंक बनाना चाहते हैं इसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और करते रहेंगे
यहां की पहचान आदिवासी और मूलवासी की है जो कभी नहीं टूटेगी और ना हम सब टूटने देंगे।
सभा को संबोधित करते हुए मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर कासमी ने कहा कई राजनेताओं ने मुसलमानों को ठगने का काम किया है ऐसे लोगों को पहचानने की जरूरत है और जिस तरह से झारखंड में सेकुलर दल की सरकार बनी है उसी तरह आगे भी हम सब आदिवासी मूलवासी केंद्र सरकार को आने वाले समय में उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।
अगर केंद्र सरकार जब तक नागरिकता संशोधन बिल को वापस नहीं ले लेती तब तक यह लड़ाई चलेगी।
सभा को आजसु नेता आदिल अज़ीम AIMIM नेता शिशिर लकडा नुरुल्लाह नदवी मुफ़्ती उज़ैर हाजी अब्दुल कुद्दुस मौलाना अबुल कलाम हाफिज अब्दुल अजीज APCR से एडवोकेट खलील अंसारी एडवोकेट खालिदा परवीन कांग्रेस नेता शमशेर आलम मुखिया झामको मुंडा मुन्नी उराईंन ASA के छात्रोंके साथ कई लोगों ने संबोधित किया
यूनाइटेड ओलमा मिल्ली काउंसिल के सचिव रहमतुल्लाह अंसारी ने कहा इस विरोध सभा के बाद एक अंचल अधिकारी को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम मांग पत्र सौंप कर नागरिकता संशोधन बिल को रद्द करते हुए एनआरपी और एनआरसी पर रोक लगाने की मांग की जाएगी
विरोध सभा में बलसोकरा के आसपास के कई गांव के लोग तिरंगा हाथ में लेकर के सभा में उपस्थित हुए थे
इस मौके मौलाना गाजी सलाहुद्दीन मौलाना शाहजहां कारी अमरूल मोहम्मद फारुख मौलाना अब्दुल क़य्यूम मौलाना रहमतूल्लाह अफरोज अंसारी हासन अंसारी नौशाद अंसारी मोहम्मद असदुल्लाह अफ़ज़ालूर रहमान साथ अन्य लोग उपस्थित थे।