लातेहार – माको मोड़ में नागरिकता संशोधन कानुन (सीएए) नागरिक जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और भारतीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में रविवार को बुद्धजीवीयों की बैठक आयोजित किया गया, इसकी अध्यक्षता फिरोज अहमद ने कि संचालन समशुल होदा कर रहे थे,
वक्ताओं ने कहा कि हम सब भारतीयों की आत्मा संविधान है, इसमें सबको बराबरी का अधिकार दिया गया है,
भारत का संविधान धर्म आधारित नागरिकता को स्पष्ट शब्दों में ख़ारिज करता है,
किसी को नागरिकता देने का हम सभी विरोध नहीं कर रहे हैं, संविधान को आहत कर सीएए को लाया गया है,
नागरिकता संशोधन कानुन संविधान के मूल भावनाओं के खिलाफ है,
इस लिए हम इसका विरोध कर रहे हैं, भाजपा सरकार पहले भी संविधान को छेड़छाड़ करने की प्रयास कर चुकी है, एससी एसटी एक्ट में छेड़छाड़ किया गया था, लेकिन जन दबाव के कारण सरकार सफल नहीं हो पाई, संविधान को बचाने के लिए हर स्तर पर संवैधानिक तरीके से हम लोगों को विरोध करने की जरूरत है, दूसरे देशों से प्रताड़ना के कारण भारत आने वाले व्यक्तियों के लिए नागरिकता देने की पहले से ही प्रावधान है, पहले भी नागरिकता दी गई है और आज भी दी जा सकती है, नागरिक जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) में माता पिता के जन्म तिथि और जन्म स्थान के अतिरिक्त अन्य बातों का डिक्लियरेशन जनता से सरकार इस लिए लेना चाहती है कि एनआरसी जब होगा तो इसी एनपीआर को सरकार अधार बनाएगी, एनआरसी का पहला स्टेज ही एनपीआर है, जबकि 2010 – 11 के नागरिक जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) मे माता पिता की जन्म तिथि और जन्म स्थान की जानकारी नहीं मांगी गई थी, आज 70 से 80 प्रतिशत भारतीयों के पास कागज नहीं है, सम्भ्रांत परिवारों के पास तो सारे दस्तावेज मौजूद हैं, गरीब जनता कहां से दस्तावेज़ दिखाएगी, इसके लिए देश की जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी, जो दस्तावेज दिखाने में सक्षम नहीं होंगे वे सब संदिग्ध नागरिक करार दिए जाएंगे, जिसके बाद वोट देने के अधिकार सहित देश के सारी सुविधाओं से उन्हें वंचित रहना पड़ सकता है, सीएए एनपीआर को खत्म होने तक तथा एनआरसी लाने की घोषणा वापस लेने तक विरोध जारी रखा जाएगा, बैठक में 18 जनवरी को लातेहार में विशाल जनसभा करने का निर्णय लिया गया, बैठक में एडवोकेट समशुल कमर खान, अयुब खान, जुनेद अनवर, मो0 रिजवान, अफताब आलम, लाडले खान, अजमतुल्लाह अंसारी, कारी मुजीबुर्रहमान, ख्वाजामुद्दीन, समशेर अंसारी, इसराफील अंसारी, जैनुल अंसारी, मुरली प्रसाद गुप्ता, कमेक राम, सुरेश भारती, अजय भारती, मो0 अफरोज,
मो0 आरिफ, मो0 जैनुस अंसारी, मो0 ज़ुबैर, अहद खान, मो0 शमीम, खलील अंसारी, एजाज खान, असगर खान, बाबर खान, साबीर अंसारी, मो0 मेराजुल हक, नुर मोहम्मद अंसारी, मो0 मुस्तफा, मो0 नौशाद, मो0 अख्तर हुसैन, मो0 इजहार, मो0 हबीब खान, मो0 सहादत हुसैन, अब्बास अंसारी, कारी हसन, शमसाद अहमद, वसी मियां, मो0 हकीमुद्दीन, अमानुल्लाह अंसारी, मो0 अब्दाल, मो0 हुसैन, जावेद अख्तर, नौशाद खान, मो0 खुर्शीद अंसारी, मो0 इरसाद, मो0 अब्दुल कलाम,
मो0 शमीम आलम, असगर अली, मो0 तौहीद आलम, मो0 इरसाद कादरी, अब्दुल मन्नान, रेवाम अंसारी, मो0 हबीब खान, अलीम अंसारी, मो0 मुमताज अंसारी, मो0 हबीबुल्लाह, मो0 शाबीर अली, मो0 इनायत, इसमाईल अंसारी समेत बड़ी संख्या लोग उपस्थित थे।
CAA NRC NPR के खेलाफ 18 जनवरी को लातेहार में विशाल जनसभा
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