Jharkhand news express रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) में महागठबंधन (JMM-Congress-RJD) को मिली स्पष्ट बहुमत के बाद हेमंत सोरेन (Hemant Soren) 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ (Oath Ceremony) लेंगे।
- नई सरकार से झारखंड (Jharkhand) की जनता को काफी उम्मीदें हैं। इसको ध्यान में रखते हुए हेमंत सोरेन अपने सहयोगी दल कांग्रेस और आजेडी के साथ तालमेल बनाकर अगले पांच साल तक सरकार चलाने की तैयारी में हैं।
- पुरानी रघुवर सरकार के अच्छे कामों को आगे बढ़ाना भी नई सरकार के एजेंडे में होगा।
- नई सरकार कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (Common Minimum Programme) बनाकर उसको अमल में लाने का प्रयास करेगी।
मंत्रिमंडल को लेकर मंथन जारी
इस बीच हेमंत सरकार में कौन-कौन और कितने मंत्री होंगे, इस पर भी मंथन जारी है। राज्य में मुख्यमंत्री के अलावा 12 मंत्री बनाए जाने का प्रावधान है। हालांकि पिछली सरकार ने 11 मंत्रियों के सहारे ही अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। सूत्रों के अनुसार हेमंत मंत्रिमंडल में सामाजिक समीकरणों और अनुभव को ध्यान में रखा जाएगा, और इसी के आधार पर मंत्रियों का चयन होगा। जेएमएम कोटे से छह, कांग्रेस से पांच और आरजेडी को एक मंत्री पद देने की चर्चा है। कांग्रेस को स्पीकर पद मिलना तय माना जा रहा है। इसके अलावा कांग्रेस की उपमुख्यमंत्री पद की मांग पर भी विचार चल रहा है।
मंत्री पद के लिए इन नामों की चर्चा
हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल के लिए जेएमएम से स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, दीपक बिरुआ, मिथिलेश ठाकुर, सरफराज अहमद, बैजनाथ राम, सीता सोरेन के नामों की चर्चा जोरों पर है। वहीं कांग्रेस से आलमगीर आलम, राजेंद्र सिंह, रामेश्वर उरांव, दीपिका पांडेय, ममता देवी, बन्ना गुप्ता और इरफान अंसारी मंत्री बनाये जा सकते हैं। मंत्रिमंडल का स्वरूप कैसा होगा, इसे लेकर दिल्ली में भी मंथन जारी है। मंत्रिमंडल गठन में कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह की भूमिका अहम मानी जा रही है। बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शपथग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता देने के बाद हेमंत सोरेन ने झारखंड के कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह से इसको लेकर विचार-विमर्श किया है।
इधर, मंत्रीपद की चाहत रखने वाले कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक अपनी-अपनी गोटी बिठाने में जुट गये हैं। कुछ विधायक युवा और महिलाओं को तरजीह देने की मांग रख रहे हैं, तो कुछ सामाजिक समीकरण बनाकर सरकार चलाने की बात कह रहे हैं। बहरहाल मंत्री पद किसे मिलेगा, यह 29 दिसंबर को शपथग्रहण के दौरान पता चलेगा।