राँची/मांडर. झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को ब्राम्बे स्थित केन्द्रीय विश्वविद्यालय मे आयोजित दो दिवसीय ईस्ट जोन कुलपति सम्मेलन का उदघाटन किया. सर्वश्रेष्ठ वैश्विक शिक्षण अधिगम प्रणाली की दिशा मे भारतीय उच्च शिक्षा विषय को लेकर आयोजित इस सम्म्मेलन मे ईस्ट जोन की 50 विश्व विद्यालय के कुलपति हिस्सा ले रहे हैं. भारतीय विश्वविद्यालय संघ व केन्द्रीय विश्विद्यालय झारखंड के सयुंक्त तत्त्वाधान मे आयोजित इस सम्मेलन के उदघाटन समारोह मे राज्यपाल ने कहा कि निश्चित रूप से यह सम्मेलन उच्च शिक्षा को एक नया आयाम प्रदान करेगा.
उन्होने गुणवता पूर्ण शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि विकास के लिए बौद्धिक विकास होना जरूरी है. बौद्धिक विकास होने से व्यक्ति सत्य और असत्य की पहचान कर सकता है तथा प्रचार औऱ वास्तविकता के बीच फर्क कर सकता है और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से निर्णय ले सकता है. राज्यपाल ने कहा कि महिला शिक्षा पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत है. एक महिला जब शिक्षित होती है तो वह पूरे परिवार को शिक्षित बनाने का प्रयास करती हैं. शिक्षित होने के बाद महिलाओं ने यह साबित भी किया है वह किसी भी क्षेत्र मे किसी से कम नही हैं. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने इस दौरान सम्मेलन के स्मारिका का विमोचन व विश्विद्यालय परिसर मे पौधरोपन भी किया. इससे पहले स्वागत भाषण विश्विद्यालय के कुलपति डॉ नंदकुमार यादव इंदु ने किया. मौके अखिल भारतीय विश्व विद्यालय संघ के महासचिव डॉ पंकज मित्तल, ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ आलोक कुमार, न्यूजलेटर की संपादक डॉ रमा देवी सहित अन्य मौजूद थे.
बौद्धिक विकास होने से व्यक्ति सत्य और असत्य की पहचान कर सकता है (राज्यपाल)
Recent Comments
on कोल इंडिया के जमीन के बदले नौकरी की जगह किस्तों में राशि देने की नई नीति से भू- रैयत फायेदमंद होंगे- दिनेश