बचरा पिपरवार में धड़ल्ले से हो रही है कोयले की तस्करी। रात 10 बजे के बाद तस्कर डंप करते हैं, कोयला जंगल में डंप कर भेजते हैं बाहर शीर्षक से खबर मंत्र में छपी खबर का व्यापक असर हुआ है ।बुधवार को कोल इंडिया का अनुषंगी कंपनी सीसीएल के पिपरवार क्षेत्र के सीएचपी/ सीपीपी परियोजना प्रबंधन और चतरा जिला के पिपरवार पुलिस ने थाना क्षेत्र के जंगलों में कोयला तस्करों के डंपिंग यार्ड से उठाया गया कोयला के शेष ढेर को उठाया ।सीएचपी /सीपीपी परियोजना प्रबंधन की ओर से ट्रांसपोर्ट इंचार्ज आनंद कुमार सिंह तथा पिपरवार थाना के एएसआई उपेन्द्र सिंह दलबल के साथ दो हाईवा और पेलोडर लेकर जंगल पहुंचे जहां से तस्करों द्वारा गिराया गया कोयला को दो हाईवा में लोड कर बचरा साईडिंग में गिराया गया। दोनों हाईवा में लोड कोयला का वजन 33 टन 200 किलो बताया गया। सनद रहे कि पिपरवार थाना क्षेत्र के जंगलों या झाड़ीनुमा टांडो में डंपिंग यार्ड बनाया गया है जिसमें हफुआ के चकवाटांड और बनहे के बीच कारों से जाने वाले सड़क से बनहे गांव पार कर बनहे के खेत से कुछ दूर आगे दाहिने ओर डंपिंग यार्ड बनाया गया शामिल है। कोयला तस्कर कोयला उठाने के चक्कर में लोडर जंगल तक ले जाने के क्रम में कई जगहों पर सड़कों को खोद देते हैं ।जिससे आम लोगों को आने जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। लोगों में चर्चा का विषय है कि आखिर कब तक या खेल चलता रहेगा। सनद् रहे सीसीएल पिपरवार क्षेत्र में हो रही अवैध रूप से कोयला तस्करी की खबर छपने के बाद खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी । खबर पढ़ते ही कोयला तस्करों के बीच हड़कंप मच गया। तीन महिनों से चल रही कोयले की तस्करी का खेल में विराम तो नही लगी है ।परन्तु मामला उजागर होने के बाद पिपरवार पुलिस व सीसीएल अधिकारी की नींद खुली है। तस्करों द्वारा जमा कोयला 33 टन 200 किलो कोयला को सीसीएल के खाते में जोड़ कर बचरा साइडिंग में गिराया गया है। बताते चले कि कोयला तस्करों द्वारा पिपरवार थाना क्षेत्र में 5 जगहों पर कोयला को डम्प कर के ट्रक के माध्यम से बाहर के मंडियों तक भेज जा रहा है। जिन अड्डो का पता अभी तक चला है। इस काले खेल में कौन – कौन लोग शामिल है उसका नाम उजागर होने का संशय बना हुआ है। सीआईएसएफ़ के द्वारा मोटरसाइकिल से कोयला ले जाने वालों लोगो को पकड़ कर वाहवाही लूट रहे हैं। तो पिपरवार पुलिस भी कोयला चोरी के पाँच मामला दर्ज कर अपनी उपलब्धि गिना रही है।परंतु अब तक किसी के उपकर करवाई नही करना कही न कही पिपरवार पुलिस के कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर झारखंड राज्य के गीने चुनें आईपीएस अधिकारियों में सुमार चतरा जिला पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियार के नाम से थर्रा जाने वाले जिला के पिपरवार थाना क्षेत्र में कोयला तस्करी बड़े पैमाने पर होना पुलिस के लिए चूनौती है।
फोटो- जंगल तस्करों द्वारा जमा कोयला को उठाते पुलिस व तस्करों द्वारा कई अड्डो से उठाया गया कोयला शेष