मांडर :-शहीद शेख भिखारी के 163 वी शहादत दिवस के अवसर पर शुक्रवार मांडर प्रखंड कांग्रेस कमेटी के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मजबूर सिद्दीकी ने शिरकत की सर्वप्रथम माल्यार्पण कर शहीद शेख भिखारी टिकैत उमराव को श्रद्धांजलि अर्पित कि गई ।मौके पर मजबूर सिद्दीकी ने कहा कि अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति ने पूरे देश में आजादी की चिंगारी को सुलगा दी और इस चिंगारी से छोटा नागपुर का पहाड़ भी धड़कने से बच नहीं सका ।इस क्रांति में शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह ने भी अहम भूमिका निभाई ।यह नेताओं ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए जब अंग्रेजों का फौज चुटूपालु की पहाड़ी के रास्ते रांची की ओर बढ़ने की कोशिश कर रही थी तो उसको रोकने के लिए शेख भिखारी ,टिकैत उमराव सिंह अपने फौज को लेकर चुटूपालू पहाड़ी पर पहुंचकर उनका रास्ता रोक दिया और अंग्रेजों से जमकर लड़ाई लड़े ।शेख भिखारी ने चुटूपालू की घाटी पार करने वाले पूल को तोड़ दिया और सड़क पर पेड़ों को काटकर रास्ता जाम कर दिया। शेख भिखारी की टीमों ने गोलियों की बौछार कर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए ।6 जनवरी 1958 को अंग्रेजों ने खुफिया रास्ते से पहाड़ पर चढ़ गए इसकी खबर शेख भिखारी को नहीं था फिर अंग्रेजों ने शेख भिखारी और टिकैत उमराव सिंह को गिरफ्तार कर लिया और 8 जनवरी को चुटूपालु घाटी के बरगद के पेड़ पर लटका कर उन्हें फांसी दे दिया। आज वे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन शहीद हमेशा हम लोगों को प्रेरणा देने का काम करते हैं । आरिफ इमाम ने कहा के आज हम सभी राष्ट्र हित में काम करने का संकल्प लें यही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी सभा को प्रखंड विकास पदाधिकारी सुलेमान मुंडारी विधायक प्रतिनिधि जमील मलिक ने भी संबोधित किया।मौके पर आबिद अंसारी हाजी इस्लाम विश्वनाथ उरांव सरिता तिग्गा निजाम अंसारी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे बंधु तिर्की परंतु सरकारी व्यस्ततम कार्यक्रम के कारण वह जिले से बाहर है इस कारण कार्यक्रम में वह उपस्थित नहीं हो पाए