कैरो से शकील अहमद की रिपोर्ट
कैरो ( लोहरदगा ) :दहेज प्रथा, शादी व्याह में दिखावा और फिजूलखर्ची, बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराईयों ने समाज को जकड़ कर विकास पथ पर आगे बढ़ने से रोक रखा है। एक-दो बेटियों की शादी की फिक्र में एक बाप की जिंदगी भर की कमाई चली जाती है यहां तक कि वह कर्जदार भी हो जाता है।अब समय आ गया है कि इन रस्मो रिवाज से निकल कर शिक्षा को मजबूती से अपनाया जाए। बिना तालीम को अपनाए कभी भी तरक्की मुमकिन नहीं हो सकती है।यह बातें कैरो प्रखंड क्षेत्र के चाल्हो गांव में सोमवार की शाम नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संगठन लोहरदगा के अध्यक्ष अलीरजा अंसारी ने कहीं।स्वंयसेवी संस्था मौलाना आजाद वेल्फेयर सोसायटी कैरो के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित अलीरजा अंसारी ने कहा कि गांव का एक भी बच्चा या किशोर शिक्षा से वंचित न रह जाए, इसकी सामूहिक जिम्मेवारी पूरे गांव को उठानी होगी।कोरोना काल में हुए शिक्षा क्षेत्र में लॉस की भरपाई के लिए दृढ़इच्छाशक्ति के साथ अभिभावकों और विद्यार्थियों को परिश्रम करना होगा।उन्होंने अपील करते हुए कहा कि शादी व्याह में दिखावे के लिए जो पैसे उड़ा दिये जाते हैं, वही रकम अगर ऊंची या तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने में लगाई जाए तो किसी युवा का भविष्य संवर सकता है।वही सोसायटी के पूर्व महासचिव और आजीवन संरक्षक समीद अंसारी ने भी शिक्षा को अपनाने पर जोर डालते हुए कहा कि विकास के द्वार शिक्षा ही खोलती है।उन्होंने युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अभी जेपीएससी का फॉर्म भरा जा रहा है।ग्रेजुएट नौजवान कड़ी मेहनत करें और इस परीक्षा में सफल होकर देश और समाज की सेवा करें।उन्होंने युवाओं से धूम्रपान, नशापान, और अन्य बुराईयों से दूर रहते हुए समाज की उन्नति में साझीदार बनने की अपील की।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सोसायटी के अध्यक्ष जावेद अख्तर ने कहा कि वर्षों से समाज को जगाने शिक्षा का अलख जगाने के लिए सोसायटी लगातार प्रयास करते आ रही है।कार्यक्रम को सोसायटी के महासचिव जुबेर अंसारी, मीडिया प्रभारी जहांगीर अंसारी ने भी संबोधित किया।मौके पर सोसायटी के सक्रिय सदस्य तजमुल अंसारी, रिजवान अंसारी तथा निजामुद्दीन अंसारी, रूस्तम अंसारी, मुमताज अंसारी, जमील अंसारी, हमीद अंसारी, गुलाम अंसारी, इम्तियाज अंसारी सहित कई लोग उपस्थित थे।