रिपोर्ट नेहाल अहमद
किस्को/लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड में पदस्थापित बड़े अधिकारी के वसूलीकार इन दिनों मालामाल हो गए हैं। इधर दलालों की दबिश से परेशान हैं प्रखंड में कार्यरत कर्मी। दलालों द्वारा रौब दिखाकर राशि वसूली किए जाने का प्रखंड क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म, दलाल कहते फिरते हैं सिर्फ कुर्सी में बैठना है बाकी सबकुछ अपने हाथों में है जो चाहे जैसा चाहे काम करवा सकते हैं। बता दें कि प्रखंड मुख्यालय में कभी दिखाई नहीं देने वाले बिचौलिया वर्ग के लोग आज कल बन गए हैं किस्को प्रखंड मुख्यालय का पहला चेहरा। इधर दो दलाल द्वारा प्रखंड क्षेत्र में जमकर अवैध राशि की वसूली किए जाने का मामला जंगल में आग लगने की तरह क्षेत्र के चौक चौराहे पर चर्चाएं आम लोगों के द्वारा करते हुए देखा जा रहा है। लोग ये कहते फिरते हैं कि किया यही आलम रहेगा किस्को प्रखंड का। अधिकारी ऐसे दलालों के विरुद्ध चिन्हित कर शिकंजा कसने के बजाय संरक्षण क्यों दे रखे हैं। लोगों की ज़बानी सुनकर ऐसा प्रतीत होता है कि किस्को प्रखंड में पदस्थापित अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में खुद भी दिलचस्पी लिए हुए हैं यही वजह है कि दलालों के मंसूबे घटने के बदले और भी बुलंद होता जा रहा है। यदि भविष्य में ऐसे दलालों के विरुद्ध चिन्हित कर विभागीय कार्रवाई नहीं की जाती है तो किस्को प्रखंड का परिचय पूरे झारखंड राज्य एवं देश में भ्रष्टाचार के नाम से जाना जा सकता है जिसके जवाबदेही प्रखंड में पदस्थापित वरीय पदाधिकारी के अलावा सभी विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी होंगे। बात जो भी हो लेकिन दलालों के नाम बताए जाने एवं वैसे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार मिंज का कहना है कि वैसे लोगों से प्रखंड प्रशासन का कोई सरोकार नहीं है। प्रखंड में पदस्थापित पदाधिकारी व कर्मी यदि सम्मिलित पाए जाते हैं तो वैसे अधिकारी व कर्मियों के विरुद्ध नियम संगत विभागीय कार्रवाई की जाएगी।