सीनियर संवाददाता रहमतुल्लाह अंसारी
मध्य प्रदेश:-
रंगों के पर्व होली के दिन ही मध्य प्रदेश में नया रंग खिल गया. तेजी से बदले घटनाक्रम में कांग्रेस नेतृत्व के अपमान से आहत पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दो चरणों की मुलाकात के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफा देने के बाद 19 कांग्रेस विधायकों ने कमलनाथ सरकार से दूरी बना ली. सपा और बसपा के एक-एक विधायकों ने भी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की है. कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों ने बंगलुरू से मेल के जरिए राज्यपाल को इस्तीफा भेज दिया. इसी बीच मुख्यमंत्री ने 6 मंत्रियों के निष्कासन के लिए राज्यपाल को पत्र भेजा है. दूसरी ओर कांग्रेस ने भी अनुशासनहीनता के आरोप में ज्योतिरादित्य सिंधिया के निष्कासन का औपचारिक ऐलान भी कर दिया!
इसके साथ ही सवा साल पुरानी कांग्रेस सरकार नेताओं की आपसी कलह से डूब गई. 228 सदस्यीय विधानसभा में 99 विधायकों पर सिमट गई है. इसके साथ ही 107 विधायकों वाली भारतीय जनता पार्टी को बहुमत हासिल हो गया है. देर शाम भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद औपचारिकताओं को पूरा कर जल्द ही मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे!