फांसी से चंद घंटे पहले निर्भया के दोषियों का आखिरी दांव, रात 10 बजे खुला दिल्ली HC

सीनियर संवाददाता रहमत उल्लाह अंसारी

NEW DELHI: निर्भया के दोषियों ने फांसी से बचने के लिए एक बार फिर से दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर सुनवाई जारी है. दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस मनमोहन और जस्टिस संजीव नरूला की बेंच इस पर सुनवाई कर रही है. निर्भया के दोषियों ने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए फांसी रोकने की मांग की है. निर्भया के दोषियों के वकील ए. पी. सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई पेंडिंग होने के बावजूद पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों की फांसी पर रोक नहीं लगाई है.

जस्टिस मनमोहन ने दोषियों के वकील ए. पी. सिंह से सवाल पूछा कि आखिर यह किस तरह की याचिका है. इस याचिका में न कोई मेमो है और न ही दस्तावेजों का ब्यौरा है. दिल्ली हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट तक दोषियों की याचिकाएं खारिज हो चुकी हैं, तो अब ट्रायल कोर्ट की याचिका को यहां चुनौती देने का कोई मतलब नहीं है. आदेश से साफ है कि अब सुप्रीम कोर्ट में ही जाकर गुहार लगाएं. कोर्ट ने दोषियों के वकील ए. पी. सिंह से यह भी पूछा कि क्या आपने याचिका दाखिल करने से पहले अनुमति ली है.

वहीं, दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने कहा कि दोषियों के वकील की यह याचिका अधूरी है. इन लोगों को सुप्रीम कोर्ट में अपील करना चाहिए था. ढाई साल इन्होंने अपने अधिकारों (राइट टू क्रिमनल अपील ) का उपयोग नहीं किया. इस बीच ए. पी. सिंह ने हाईकोर्ट को बताया कि उन्होंने पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है. निचली कोर्ट ने उसके 3 दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि पिछले आदेश में हमने साफ कहा था कि पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले के खिलाफ कोई भी याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में दाखिल नहीं करेंगे. लिहाजा आपको सीधे सुप्रीम कोर्ट में जाना होगा. इस पर ए. पी. सिंह ने कहा कि कई याचिकाएं अलग-अलग फोरम में लंबित है. ऐसे में निर्भया के दोषियों को फांसी कैसे हो सकती है?

कल सुबह निर्भया के दोषियों को दी जानी है फांसी

आपको बता दें कि निर्भया के दोषियों को 20 मार्च की सुबह साढ़े पांच बजे फांसी पर लटकाया जाना है. निर्भया के गुनहगारों के सारे कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं. लिहाजा दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट रद्द करने वाली याचिका भी खारिज कर दी है. अब निर्भया के दोषी पटियाला हाउस कोर्ट के आदेश के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे हैं. निर्भया के माता-पिता भी दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच चुके हैं.

तिहाड़ में निर्भया के दोषियों को फांसी देने की तैयारी पूरी

वहीं, तिहाड़ जेल में निर्भया के दोषियों को फांसी देने की पूरी तैयारी कर ली है. तिहाड़ जेल में पवन जल्लाद ने डमी फांसी देकर टेस्टिंग भी कर ली है. पवन कुमार उर्फ पवन जल्लाद देश के इकलौते पेशेवर जल्लाद हैं. यही वो जल्लाद हैं, जिनके हाथों निर्भया के चारों गुनहगार अपने अंजाम को पहुंचेंगे. फांसी देने से पहले दो बार पवन जल्लाद तिहाड़ हो आए थे. चारों की गर्दन की नाप से लेकर फंदे के लिए रस्सी की पड़ताल और फांसी की डमी ट्रायल भी कर चुके थे. पर दोनों ही बार बिना फांसी दिए तिहाड़ से लौट आना पड़ा, क्योंकि तारीख आगे टल गई थी. अब वो तीसरी बार तिहाड़ पहुंचे हैं और इस बार फांसी देकर ही लौटेगे.

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