रिपोर्ट निहाल अहमद
किस्को/लोहरदगा: जिले में अभी मई माह का आगमन हुआ भी नहीं है मई महिने के गर्मी की तपिश अभी बाकी है और मार्च में ही लोगों को मई माह की गर्मी का एहसास होने लगा है यही वजह है कि क्षेत्र के अत्यधिक जलस्रोत लोगों के लिए चुनौती बनता जा रहा है बात कर रहे हैं किस्को प्रखंड क्षेत्र के निर्मल ग्राम दुरहुल की जहां पर मार्च महीने में ही लोगों की फेफड़े पीने की पानी की उपलब्धता नहीं हो पाने की वजह से सूखने लगी है। लोग एक-एक बूंद पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। पीने की पानी की जुगाड़ को लेकर क्षेत्र के लोग कोसों दूर जाकर एकाध बाल्टी पीने की पानी जुगाड़ कर किसी तरह दिन-रात व्यतीत कर रहे हैं। बता दें कि किस्को प्रखंड क्षेत्र के नवाडीह पंचायत अंतर्गत ग्राम दुरहुल में लगभग 60 आदिवासी परिवार निवास कर रहे हैं यहां पर सरकारी विडंबना कहें या फिर जनप्रतिनिधियों की लापरवाही कहें आज-तक इन परिवारों को पेयजल की सुविधा से वंचित रखा गया है। दुरहुल गांव में एक भी जलमीनार का निर्माण नहीं किया गया है एक चापानल है वह भी बीते 2 साल से दर्शक दीर्घा में खराब पड़ा हुआ है जिसे मरम्मत कराने में न तो प्रशासनिक अमला आगे आया है और न ही जनप्रतिनिधिगण ध्यान दिए हैं जिससे गांव के लोगों में नाराजगी व्याप्त है। लोगों का कहना है कि अभी ठीक से गर्मी शुरू हुआ भी नहीं है एकमात्र कुआं गांव से कोसों दूर पर है जिसके सहारे हम सभी परिवार किसी तरह पीने एवं नहाने का कार्य कर रहे हैं। इन ग्रामीणों का कहना है कि कुआं भी जवाब देने की स्थिति में आ गई है ऐसे में इस बार की गर्मी हम गांव वासियों के लिए पेयजल की समस्या को लेकर काफी हैरान व परेशान करने वाली है। मामले को ले मुखिया मंगरी असुर का कहना है कि गांव वालों को पेयजल की व्यवस्था बहुत जल्द करा दिया जाएगा। वहीं प्रमुख सरिता देवी का कहना है कि मामले को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेते हुए पेयजल विभाग से समन्वय स्थापित कर यथाशीघ्र गांव में पानी की उपलब्धता बहाल कराने की दिशा में सार्थक पहल किया जाएगा।