ओल्ड एज होम, संत मिखाइल ब्लाइंड स्कूल, चेशायर होम के अलावा बरना बस, झारखण्ड और अंजुमन अस्पताल तक में बांटे फ़ूड पैकेट
रांची।
मरीज़, बुज़ुर्ग और बच्चों के बीच बुधवार को युवाओं की टोली रहमत बनकर पहुंची। बात जश्न ईद मिलादुन्नबी से दो दिन पहले की है। जिसे उनके चाहने वाले करुणा दिवस के रूप में मना रहे हैं। निहाल अहमद, शहरोज़ कमर और औरंगज़ेब खान की अगुवाई में टीम रहमत ने
ओल्ड एज होम, संत मिखाइल ब्लाइंड स्कूल, चेशायर होम के अलावा बरना बस, झारखण्ड और अंजुमन अस्पताल तक में फ़ूड पैकेट बांटे।
जिसमें सेब, केला, खजूर, बिस्कुट, होर्लिक्स और टॉफी शामिल रही। टीम ने बताया कि क़ुरआन की सूरा (21:107) के मुताबिक पैगम्बर मोहम्मद
सारी दुनियाओं के लिए रहमत बनाकर भेजे गए। उन्होंने हर जीव की सेवा करना सवाब बताया। बताया कि हर जीव और जन्तु के साथ रहमत का सुलूक किया जाए।
बरनाबस अस्पताल के डारेक्टर डॉ विक्रम, चेशायर होम की प्रभारी सिस्टर बिमला और संत मिखाइल स्कूल के प्रभारी राजकुमार चंद्रवंशी ने कहा कि पैगम्बर मोहम्मद के मानव कल्याण के संदेश को व्यवहार में लाना ही सच्चा धर्म और इंसानियत है। इस नेक काम में रांची सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के महासचिव अक़ीलूर रहमान, जमीयत उलमा के कोषाध्यक्ष शाह उमैर, अंजुमन इस्लामिया के उपाध्यक्ष मंज़र इमाम, मरहबा सुसायटी के महासचिव निहाल अहमद, शमीम अहमद, नय्यर शाहबी लिमरा के औरंगज़ेब खान, शिपिंग लाइव के राशिद अख्तर, आमया के एस अली, अलहयात के रहमत उल्लाह, जीएल राही चाँद, तमसील कौसर, मोहम्मद समीर, तारीक़ सगीर और शहरोज़ आदि का योगदान रहा।