इस्लाम धर्म के पैगम्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर आपतिजनक बयान देने वाले यति नरसिंहानन्द सरस्वती का आज पुरानी रांची अखड़ा चौक पर समाजिक कार्यकर्ता एराकी हमज़ा के नेतृत्व का पुतला दहन किया गया एवं गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी किये गये।
मौके पर उपस्थित आमया संगठन के
अध्यक्ष एस अली ने बताया कि शिवशक्ति धाम डासना गाजियाबाद यूपी के अष्ठिदाता यति नरसिंहानन्द सरस्वती द्वारा 01अप्रैल 2021 को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर इस्लाम धर्म के पैगम्बर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर आपतिजनक बयान दिया है, जो इनके ट्विटर पर पोस्ट है। जिसके कारण भारतीय मुसलमानों की भावना आहता हुई, आस्था पर ठेस पहुंची और धार्मिक विश्वासों का अपमान हुआ है।
इस व्यक्ति ने एवं उनके सहयोगियों ने देश में धार्मिक भावनाओं को भड़काने, नफरत, घृणा विद्वेष और संम्प्रदायिकता फैलाने का प्रायस किया है जो भारतीय संविधान और कानून का खुला उल्लंघन है।
इस संदर्भ में रांची के कई थानों में प्राथमिकी दर्ज करवाया गया है, वही प्रधानमंत्री , केन्द्रीय गृहमंत्री, केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, दिल्ली पुलिस को पत्र भेजकर आईपीसी की धारा 153A, 295A, 505(2) एवं आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत प्रथामिकी , गिरफ्तार और दंड देने की मांग कि गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही हुआ। केन्द्र सरकार नरसिंहानन्द को तुरंत गिरफ्तार करवाकर एनएसए के तहत कानूनी कारवाई करे।
पुतला दहन में मो फैयाज, जावेद ओवैसी, मो तौसीफ़, मो रमजान, सउद आलम, मो शाहिद, सुहैल अंसारी, बाॅबी आदि शामिल थे।