सीनियर संवाददाता मोहसीन आलम
राँची ओरमांझी के बरवे स्थित 100 एकड़ भूमि में सरकार द्वारा बनाये जा रहे रैक्सक्यू सेंटर में सालभर से मजदूरों को मजबूती नही मिला है
100 से अधिक मजदूर रैक्सक्यू सेंटर में करते हैं काम भुगतान नही होने से हैं मजबूर काफी चिंतित
वही इट बालू सीमेंट गिट्टी के सप्लायरों का भी लाखों लाख रुपये का नही हुआ है भुगतान
मजदूरों ने बताया राशि भुगतान करने तथा दोषियों एवं भ्रष्ट पदाधिकारियों को उचित कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य से स्थान्तरण करने और जब तक बकाया राशि भुगतान नही हो जाता तब तक निमार्ण कार्य को स्थगित करने की मांग किया है
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन व केबिनेट के मंत्री रामेश्वर उरांव व स्थानीय खिजरी के विधायक राजेश कच्छप व मुख्य वन संरक्षण वनपरणाली वन भवन राँची उपायुक्त श्रम पदाधिकारी से लिखित सूचना देकर किया है
वही स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों मुखिया सुनीता देवी ग्राम प्रधान रमेश उरांव द्वारा ग्राम सभा के बैगर रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने का विरोध किया गया है
वन विभाग के रेंजर संजय कुमार व गोरखनाथ यादव के द्वारा पैसा का नहीं भुगतान करने के बात ग्रामीणों के द्वारा आरोप लगाए जा रहे है
मजदूरों का 12 से 15लाख रुपए तक का भगवान नही हुआ है वन विभाग के अधिकारियों ने पैसा देने से इंकार कर दिया है
अधिकारियों से पैसा मांगने पर कानूनी दबाव प्रक्रिया में उनके जेल भेजने की धमकी भी मिलती आ रही है वही मजदूरों को काम से निकालने की विधि दी जाती है
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि कई लोग वन विभाग से सांठगांठ करके वन विभाग की जमीन पर अपना निजी मकान मना रहे हैं जिसका उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों पर करवाई किया जाए
सप्लायर जहूर अंसारी से बात करने पर जहूर अंसारी ने बताया कि मेरा 8 लाख रुपये का बकाया है जिसे मैं रेंजर संजय कुमार से मांगता हूं तो मुझे धमकी देता है वह मुझे देवेन्द्र ठाकुर से पैसा मांगने की बात करता है
देवेंद्र ठाकुर का कहना है कि मुझे एक करोड़ रुपया बैंक के माध्यम से मिला था जिसमें मैंने 60 लाख पुनः वापस कर दिया जबकि बचा हुआ पैसे का ईट बालू सीमेंट वाले सप्लायरों को दिया
सही से जब जांच होती है तो अधिकारी होंगे सलाखों के अंदर