बिजली नहीं तो पानी कोयला बंद: मंत्री
गिरिडीह: डीवीसी बिजली आपूर्ति कमांड एरिया झारखंड के सात जिला हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, रामगढ़, बोकारो, धनबाद और गिरिडीह में प्रतिदिन 18 घंटे बिजली कटौती करेगी। डीवीसी का जेवीएनएल 4955 करोड़ रुपए का बकाया है । डीवीसी ने 25 फरवरी 2020 भुगतान करने का डेट लाइन निर्धारित किया था । बकाया बिल का भुगतान नहीं होने पर 50% बिजली काटने की सूचना दी थी। डीवीसी झारखंड में 300 एमभीए बिजली आपूर्ति जेभीएनएल को करती है। जेभीएनएल झारखंड के सात जिलों में घर घर बिजली आपूर्ति करती है। डीवीसी बिजली आपूर्ति का बिल बकाया होने के कारण बिजली कटौती का कार्य शुरू कर दिया है । इसमें सातों जिलों में हाहाकार मच गई है । डीवीसी के कमर्शियल विभाग ने पत्र जारी कर सभी जिलों में बिजली कटौती का समय भी निर्धारित कर दिया है। प्रत्येक 6 घंटे में मात्र 2 घंटे बिजली आपूर्ति की जाएगी इस तरह 24 घंटे में हर 6 घंटे के बाद 2 घंटे बिजली आपूर्ति होगा। सभी जिलो के लिए अलग-अलग निर्धारित किया गया है । बिजली काटने और आपूर्ति करने का डीवीसी के अधिकारियों जेवीएनएल के अधिकारियों ने अलग-अलग पुष्टि किया है । हजारीबाग के बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता पीएच सिंह ने बताया कि डीवीसी ने बिजली कटौती शुरू कर दिया है।
वही वहीं इससे बिजली कटौती की संकट पर झारखंड सरकार के मंत्री जगन्नाथ पर महतो ने कहा कि अगर डीवीसी बिजली नहीं देती है तो हम पानी कोयला देना बंद कर देंगे। डीवीसी को झारखंड के विस्थापितों ने अपना जमीन दिया , घर दिया कि वह कारोबार करें क्षेत्र में बिजली की रौनक घर-घर तक पहुंचएं मगर डीवीसी के इस रवैए इस तरह से रहा तो डीवीसी को पानी और कोयला नहीं दिया जाएगा।