सीनियर संवाददाता मोहसिन आलम
देर रात तक चला पोस्टमार्टम समाचार लिखे जाने तक नहीं चल पाएगा था मौत की असलियत
1 सप्ताह पहले उद्यान के अनुष्का शेरनी द्वारा युवक की मौत से चर्चा में थी जु
ओरमांझी: बिरसा जैविक उद्यान के शेर केज में वसीम अकरम नामक युवक को शेरनी अनुष्का द्वारा पंजे से मार कर अपना निवाला बनाकर मार डालने की खबर शांत भी नही हुआ था कि गुरुवार को बिरसा जैविक उद्यान में एक फिर बड़ा मामला सामने आया आबर मामला था सम्राट हाथी का का अचानक मौत का जहाँ 21 वर्ष की उम्र में गुरुवार को लगभग 1 से डेढ बजे के बीच बिरसा जैविक उद्यान के हाथी सम्राट का मौत हो गया अचानक हुए मौत से अधिकारियों में काफी घबराहट सी हो गई है अधिकारियों ने बताया कि हाथी की उम्र लगभग 70 से 80 वर्ष की होती है मगर अचानक इतनी कम उम्र में मौत हो जाना काफी आश्चर्य की बात है वहीं अधिकारियों ने बताया कि
हाथी की तबीयत गुरुवार सुबह से ही खराब था
सुबह 9 बजे हाथी केज के देख भाल करने वाले पूरन पाहन ने हाथी को चारा दिया तो वह कुछ चारा खाया कूछ छोड़ दिया
जिससे अंदेशा हुआ कि हाथी को कुछ हुआ है
जिसके बाद प्रखण्ड मुख्यालय से पशु डॉक्टर डॉ मंनोज कुमार को बुलाया गया
जिससे बाद डॉक्टर साहब ने हाथी को देख कर पेट दर्द का अंदेशा लगाते हुए उन्हें पेट दर्द का दवाई दिया
जिसके बाद हाथी को इधर-उधर घूमते हुए देखा गया मगर अचानक 1से 1:30 के बीच के करीब हाथी खेत में काम करने वालों ने हाथी को मरा हुआ अवस्था में पाया
हाथी की मौत की खबर से पूरे जैविक उद्यान में फैल गई जिसके बाद अधिकारियों में हलचल मच गई हाथी की मौत की असल वजह की जांच पड़ताल के लिए कांके वैटनरी कॉलेज से पोस्टमार्टम टीम को बुलाया गया जिसके बाद मरे हुए जानवर का पोस्टमार्टम किया
पोस्टमार्टम काफी देर से चल रही है मगर मौत को कारणों का पता समाचार लिखे जाने तक नहीं चल पाया हैवही जु के डायरेक्टर वेंकेट्सवर ने बताया कि वायरल बीमारी से हाथी की मौत हो सकती है जित्तू पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आ जाती है यह कहा नहीं जा सकता कि हाथी की मौत कैसे हुई हैं
बिरसा जैविक उद्यान में दो हाथी थे सम्राट हाथी के मरने के बक़द एक की हाथी जु में बच गया है
दूसरे हाथी के रखरखाव के लिए हाथी केज को साफ सुथरा उद्यान के कर्मियों द्वारा किया गया ताकि हाथी सुरक्षित रह सके
मालूम हो कि 2018 में सम्राट हाथी ने अपने महावत महेंद्र महतो को कुचल कर मार डाला था जिन्होंने हाथी को बचपन से पाल कर बड़ा किया था