आफत की बारिश : आसमान से तो बरसा ही, किसानों की आंखों से भी गिरा पानी
चान्हो/मांडर के आसपास सुबह 5:00 बजे तेज बारिश और ओलावृष्टि से किसान हुए बर्बाद
भारी बारिश और ओलावृष्टि ने शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के कारण फसलें तबाह हो गयी है जिस से किसान हुए तबाह।
रविवार को सुबह 5 से शुरू हुई तेज़ बारिश के साथ ओलावृष्टी ने तो पूरी तैयार फसल को नष्ट कर दिया ओलावृष्टि होने से चान्हो कुडू मांडर के सभी गांवों में ज्यादा नुकसान हुआ है।
बारिश और ओलावृष्टि से सरसों, गोभी, गेहूं, आलू और मटर के साथ ही सब्जी की अन्य फसलों में भारी नुकसान हुआ है। वहीं फसलों में हो रहे नुकसान से बर्बाद हुए किसानों को कोई रास्ता नज़र नहीं आरहा है।
किसानों को इस कुदरती आपदा से निपटने के लिए बहुत जल्द सरकार को कोई बड़ा कदम उठाना होगा और तत्कालीन किसानों को राहत पहुंचाना होगा ताकि यह किसान इस मुसीबत से निकल पाए।
इस समय ज्यादातर फसल तैयार खड़ी हैं। सरसों पर फली आई हुई हैं। फुल गोभी तैयार है काटने के लिए वंही गेहूं पर बाली और दाने बन गए हैं। मटर की फली पकी हुई हैं। आलू की फसल तैयार है। ऐसे में बारिश से फसलों को भारी नुकसान हो गया है।