सिसई:-सिसई प्रखंड क्षेत्र मे कुल 18 पंचायत शामिल है सभी पंचायत क्षेत्रों में शौचालय निर्माण में जमकर गड़बड़ी हुई है और सरकार के नियम कानूनों का जमकर उल्लंघन किया गया है। लाभुकों से परिश्रम तो कराया गया लेकिन पारिश्रमिक मजदूरी की राशि भी भुगतान नहीं की गई. वही शौचालय निर्माण इतने घटिया बनाए गए हैं कि उसका उपयोग भी ग्रामीण नहीं कर रहे हैं। इन सब बातों की जानकारी राज्य सरकार को भी है। लेकिन पिछली भाजपा सरकार ने 2018 में झारखंड सहित पूरा गुमला जिला को एवं सिसई प्रखंड क्षेत्र को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है लेकिन अभी भी शौचालय निर्माण के कार्य आधे अधूरे हैं
सिसई प्रखण्ड में सामिल 18 मे से लरंगो,घाघरा, पूसो,बोंडो,भुरसो,छारदा, घाघरा,शिवनाथपुर,कुदरा, भदौली,सिसई,बरगांव उत्तरी, बरगांव दक्षिणी,,मुर्गू, रेडवा, पंडरिया,लकेया,नगर, ओलमुंडा शामिल है।सभी पंचायत क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के कार्य में गड़बड़ी होने की शिकायतें मिलती रही हैं।इन दिनों राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के निर्देश पर शौचालय निर्माण कार्य की जांच सत्यापन का कार्य शुरू किया गया था।सभी पंचायत क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के नाम पर खानापूर्ति हुई है।बताते चले कि शौचालय निर्माण के कार्य पंचायत के माध्यम से किए गए हैं।जिस के कर्ताधर्ता हेड मुखिया होते हैं।ऐसे में मुखिया के मातहत कर्मचारी पंचायत सचिव सह पंचायत सेवक।रोजगार सेवक आदि को मुखिया के साथ जांच एवं सत्यापन के लिए लगा दी गई है।ऐसे में मुखिया के साथ कर्मचारियों के द्वारा शौचालय निर्माण का सत्यापन सा जांच करना कार्य प्रभावित होता नजर आ रहा है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनने वाले शौचालय में हुई है जमकर लूट
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