New.DELHI: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीएए के खिलाफ पिछले 66 दिन से शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वालों से बात करने के लिए वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन शाहीन बाग पहुंचे.
यहां पहुंचे मध्यस्थों ने पहले प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया और अपने वहां आने का कारण बताया. वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हमें आपके पास बातचीत के लिए भेजा है. हेगड़े ने प्रदर्शनकारियों को सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी पढ़कर सुनाया.
वहीं, साधना रामचंद्रन ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि हम आपकी सभी अच्छी-बुरी बातें सुनेंगे. हम आपके साथ मिलकर विवाद का हल निकालना चाहते हैं. हम ऐसा हल निकालेंगे, जो पूरी दुनिया के लिए मिसाल बने.
साधना रामचंद्रन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि प्रदर्शन करना आपका अधिकार है. लेकिन, बाकी नागरिकों के भी अधिकार हैं. अपने काम पर पहुंचना लोगों का अधिकार है. बच्चों को स्कूल जाने का अधिकार है.
यहां पहुंचे मध्यस्थों ने मीडिया के सामने प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वह बिना मीडिया के प्रदर्शनकारियों से बात करेंगे और बाद में मीडिया को इसकी जानकारी देंगे. साधना रामचंद्रन ने कहा कि हम जानते हैं कि मीडिया भी हमारे समाज का हिस्सा है. लेकिन, हम पहले अपनी बात करेंगे और फिर मीडिया को ब्रीफ करेंगे. इसके बाद मौके से मीडिया के कैमरे हटा लिए गए.
मध्यस्थों के शाहीन बाग पहुंचने से पहले धरने पर बैठे लोगों ने दुआ भी पढ़ी. इस बीच एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें शाहीन बाग के लोगों को इस बात की ट्रेनिंग दी जा रही है कि मध्यस्थों के सवालों के क्या जवाब देने हैं. वहीं, शाहीन बाग के प्र्दशनकारियों का कहना है कि उनकी (मध्यस्थों) बात भी सुनेंगे, लेकिन हमारी मांग यही होगी कि सरकार सीएए और एनआरसी को वापस ले. साथ ही अभी तक जितने भी प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनको हटाया जाए.
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह बच्चों की हत्या हुई है, उनके परिवार को मुआवजा मिले या पेंशन मिले. सरकार अगर हमारी मांगें पूरी नहीं करती है तो हम ऐसे ही बैठे रहेंगे.