रांची, 06 फरवरी (हि.स.)। झारखंड पुलिस ने जनवरी में 40 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है।
इनमें खूंटी से एक, लोहरदगा से दो, सिमडेगा से एक, पलामू से 13, गढ़वा से दो, लातेहार से 12, हजारीबाग से एक, चतरा से दो, चाईबासा से दो नक्सली शामिल हैं। जबकि दुमका से तीन और रांची से एक नक्सली ने सरेंडर किया है।
राज्य पुलिस मुख्यालय की बेहतर रणनीति और लगातार नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के कारण 40 नक्सली गिरफ्तार किये गये हैं। गिरफ्तार नक्सलियों में एक जोनल और चार सब जोनल स्तर के नक्सली भी हैं। पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक लातेहार में नक्सल अभियान के दौरान पुलिस से लूटे गए तीन हथियारों की बरामदगी की गयी है। वहीं 17 देशी हथियार बरामद किए गए हैं। 622 कारतूस की बरामदगी की गई है। लातेहार में पुलिस को सर्वाधिक सफलता मिली है। जहां से पुलिस ने पांच लाख लेवी की राशि, 615 कारतूस की बरामदगी की है। पुलिस ने एक माह में कुल 116.5 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया है।
राज्य के पुलिस के प्रवक्ता और आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि पहले महीने में ही झारखंड पुलिस ने पांच महत्वपूर्ण लोगों को गिरफ्तार किया। ये सभी पांचों नक्सली अपने संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर थे। इनकी गिरफ्तारी से उनके संगठन को नुकसान हुआ।
जनवरी में चार बड़े नक्सलियों का आत्मसमर्पण
रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता के सामने पांच लाख का इनामी कुख्यात नक्सली कमांडर गोपाल गंझू ने हथियार डाला था। इसके साथ ही लोहरदगा में एक नक्सल कैंप को ध्वस्त किया गया है। राज्य भर में चले अभियान के बाद पुलिस ने चार आईइडी, 11 डेटोनेटर बरामद किया। सर्वाधिक 13 नक्सलियों की गिरफ्तारी पलामू से हुई है। पुलिस ने नक्सलियों के लेवी की कुल 5.30 लाख रुपए की रकम जब्त की है। गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण के आंकड़ों को देखें तो पुलिस के लिए साल 2020 का पहला महीना जनवरी बेहद कामयाबी भरा रहा लेकिन इस दौरान नक्सलियों ने भी कई जगह अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और कई वारदातों को अंजाम दिया। नक्सलियों ने सबसे ज्यादा वाहनों में आग लगाने का काम किया है।