RANCHI- राज्य में सरकार बनने के बाद कांग्रेस के चारों मंत्री यूं तो गए हैं औपचारिक तौर पर सोनिया गांधी से मुलाकात करने लेकिन कहीं न कहीं उन्हें अपनी रिपोर्ट भी देनी होगी। यह भी बताना होगा कि राज्य में किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा कर सत्ता में आई पार्टी ने आखिर किन कारणों से इसे अमलीजामा नहीं पहुंचाया। खासतौर पर तब जब वित्त विभाग से लेकर कृषि विभाग तक कांग्रेस के पास है। ग्रामीण इलाकों की समस्या का समाधान खोजने को ग्रामीण विकास विभाग भी मिला हुआ है। कांग्रेसी मंत्री अपनी-अपनी रिपोर्ट तो केंद्र को सौंपेंगे लेकिन यह एक ऐसा मुद्दा है जहां फंसने की संभावना भी है। दूसरी ओर, माना जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यो से मंत्री बन्ना गुप्ता पार्टी को आसानी से संतुष्ट कर ले जाएंगे। सरकार गठन के दो महीने बाद पहुंचे मंत्रियों से इस दौरान किए गए कार्यो की रिपोर्ट ली जाएगी। पार्टी सूत्रों की मानें तो सभी मंत्री अपने-अपने स्तर से तैयारी करके भी पहुंचे हैं। इसके अलावा राज्य की आर्थिक स्थिति का हवाला देकर भी पार्टी के शीर्ष नेताओं को समझाया जाएगा। जो भी हो, अगले दो दिन कांग्रेस मंत्रियों के सामने चुनौती तो रहेगी ही। सोनिया के बुलावे पर कांग्रेस के चारों मंत्री दिल्ली गए
रांची : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के बुलावे पर प्रदेश में कांग्रेस के चारों मंत्री सोमवार की शाम दिल्ली रवाना हो गए। इन्होंने मिलने की इच्छा जाहिर की थी जिसके बाद तीन दिनों पूर्व सोनिया गांधी की ओर से समय दिया गया था। डॉ. रामेश्वर उराव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता तथा बादल पत्रलेख मंत्री बनने के बाद पहली बार काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी से औपचारिक मुलाकात करेंगे। इस दौरान लगभग दो महीने के कार्यकाल का अनुभव भी साझा करेंगे और चुनावी घोषणाओं के अनुरूप किए गए कार्यो के बारे में जानकारी भी आलाकमान को देंगे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि सभी एक साथ मिलेंगे तो निश्चित तौर पर प्रदेश में किए गए कार्यो के बारे में जानकारी देंगे। सोनिया को संगठन की गतिविधियों से भी अवगत करायेंगे।
वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उराव, प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं और आलमगीर आलम विधायक दल नेता हैं इसलिए कंाग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ काग्रेस नेता राहुल गाधी, काग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, वरिष्ठ काग्रेस नेता अहमद पटेल, संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल, सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। दो दिन दिल्ली में रहने के बाद 26 फरवरी को सभी नेता रांची वापस आ जाएंगे। आलोक कुमार दूबे ने बताया कि 26 फरवरी को काग्रेस भवन में आयोजित बादल पत्रलेख का जनता दरबार स्थगित कर दिया गया है और अब इसका आयोजन 28 फरवरी को दोपहर दो बजे होगा।