RANCHI: कल शाम 24 जनवरी 2020 को माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी को एक पत्र लिखकर सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का पाठ अनिवार्य करने की मांग की एपीसीआर के राज्य सचिव जियाउल्लाह ने पत्र के माध्यम से कहा कि किसी भी देश की संविधान की आत्मा उसके प्रस्तावना में निहित होती है इसलिए बहुत जरूरी होता है कि उस देश का प्रत्येक नागरिक उसे जाने और आत्मसात करें देर से ही सही महाराष्ट्र सरकार ने अब राज्य के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ना अनिवार्य कर दिया है
अभी वर्तमान में झारखंड के कई स्कूलों में प्रस्तावना का पाठ किया जाता है लेकिन एपीसीआर झारखंड चैप्टर मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से आग्रह करती है कि महाराष्ट्र की तर्ज पर झारखंड में भी इसे हर स्कूल में अनिवार्य किया जाए ।
ज्ञात हो कि एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स झारखंड चैप्टर कल 26 जनवरी 2020 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूरे झारखंड राज्य में संगठन के माध्यम से प्रस्तावना का पाठ करने का निर्णय लिया है साथ ही साथ कई स्कूलों में भी यह कार्यक्रम किया जाएगा एपीसीआर झारखंड सरकार से इसे अनिवार्य करने की मांग करती है इसके लिए एपीसीआर झारखंड चैप्टर आपका सदा आभारी रहेगा
आपका विश्वासी
जियाउल्लाह
राज्य सचिव
एपीसीआर झारखंड चैप्टर
Mob. 9031809599
Email ID – [email protected]