झारखंड से उठी डॉ0 कफील खान को रिहा करने की मांग।
अल्पसंख्यकों को संडयंत्र के तहत निशाना बनाया जा रहा है : अयुब खान
लातेहार। उत्तर प्रदेश के जेल में महीनों से बंद प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ0 कफील खान की रिहाई की मांग उठाई है CPIM नेता सह सामाजिक कार्यकर्ता एवं चतरा लोकसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी अयुब खान ने, उन्होंने एक प्रेस ब्यान जारी कर कहा है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों शहरों गांवों में दर्जनों जगह मुफ्त मेडिकल कैंप लगा कर डाॅ0 कफील खान ने गरीबों का इलाज किया। जब वे बाहर रहते हैं उस समय रोगीयों कि सेवा में जुटे रहते हैं, उन्होंने कहा कि यदि इस समय डाॅक्टर कफील खान बाहर रहते तो लाॅकडाउन के दौरान भी वे लोगों की सेवा में जुटे रहते, डाॅ0 कफील को पिछले चार महीने से सीएए – एनआरसी के खिलाफ बोलने के आरोप में एक साजिश के तहत यूपी सरकार के द्वारा एनएसए लगा कर जेल में बंद कर दिया गया है जो मानवाधिकार के साथ साथ इंसानियत के खिलाफ है। सीएए की खिलाफत करना डॉ0 कफील खान का हक है। अयुब खान ने कहा है कि आज देश में आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित किया जा रहा है, एक संडयंत्र के तहत मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। भाजपा सरकार अपने हर विरोध को कुचलना चाहती है, जो एक लोकतांत्रिक देश के लिए सही नहीं है। कोरोना संकट और लाॅकडाउन के ऐसे समय में प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ0 कफील को जेल से रिहा किया जाना चाहिए, अयुब खान ने महामहिम राष्ट्रपति, यूपी के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से डॉक्टर कफील खान को अविलंब रिहा करने की मांग की है।