किसको से नेहाल अहमद की रिपोर्ट
किस्को/लोहरदगा: जिले के किस्को प्रखंड क्षेत्र में बगैर कोई सुबूत के अवैध रूप से संचालित क्लीनिक संचालक झोलाछाप डाॅक्टरों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं होने से आए दिन इन झोलाछाप डाॅक्टरों का मनोबल सातवें आसमान पर चढ़ा हुआ है। इधर प्रखंड के बेटहट पंचायत अंतर्गत ग्राम लावागाईं में क्लीनिक का संचालन कर रहे झोलाछाप डॉक्टर धनंजय प्रजापति द्वारा क्षेत्र के मरीजों को उल्लू सीधा बनाते हुए न सिर्फ राशि की उगाही की जा रही है बल्कि स्वास्थ्य विभाग को चुनौती देते हुए बेखौफ होकर अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध स्वास्थ्य विभाग की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से आए दिन इन झोलाछाप डाक्टर्स का मनोबल बढ़ता जा रहा है। बता दें कि झोलाछाप डॉक्टर धनंजय प्रजापति द्वारा बगैर कोई सुबूत के अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है जो कई बड़े सवालों को जन्म दे डाला है। ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध जबतक सख्त कार्रवाई नहीं किया जाता है तबतक ऐसे झोलाछाप डॉक्टर का हौसला बढ़ता ही रहेगा। इस संदर्भ में जब क्लीनिक संचालक धनंजय प्रजापति से क्लीनिक संचालित किए जाने के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो झोलाछाप डॉक्टर धनंजय प्रजापति का कहना है कि पेपर घर पर सलगी में है दो दिन के बाद दिखा देंगे। अवैध रूप से संचालित क्लीनिक संचालक धनंजय प्रजापति के टालमटोल जवाब से यह प्रतीत होता है कि धनंजय प्रजापति जो स्वास्थ्य विभाग एवं क्षेत्र के लोगों को अंधेरे में रखकर बेख़ौफ होकर अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहे हैं। धनंजय प्रजापति द्वारा अवैध रूप से संचालित क्लीनिक में किसी तरह का कोई सूचना बोर्ड या लाइसेंस की प्रति नहीं है जिससे पता चले की क्लीनिक का संचालन नियम संगत किया जा रहा है। बात जो भी हो लेकिन धनंजय प्रजापति जैसे छोलाछाप के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई नहीं होना दुर्भाग्य की बात है। ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध जांच पड़ताल कर सख्त कार्रवाई होने से न सिर्फ गरीब असहाय लोगों की जेब ढीली होने से बच जाएगी बल्कि सरकार की ओर से राज्य के सभी क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों में रौनक भी दिखाई देगी।