RANCHI: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की भाजपा (BJP) में वापसी पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के केन्द्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने आरोप लगाया कि अपनी सरकार में हुए मैनहर्ट घोटाले (Manhart Scam) की जांच से बचने के लिए बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हो रहे हैं. लेकिन वर्तमान सरकार में मैनहर्ट घोटाले की जांच होगी.
उन्होंने कहा कि साल 2005 में रांची में सीवरेज-ड्रेनेज के काम के लिए मैनहर्ट कंपनी को कंसलटेंट नियुक्त किया गया था. तब इस कंपनी की नियुक्ति में गड़बड़ी के आरोप लगे थे. उस समय राज्य के मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे और रघुवर दास नगर विकास मंत्री.
जेएमएम नेता ने कहा कि फिलहाल रघुवर सरकार के पांच सालों के कामकाजों की समीक्षा चल रही है. इस दौरान हुए पाप का पिटारा खुल रहा है.
*‘यह जनादेश के साथ धोखा* ‘
जेएमएम नेता ने कहा कि यह विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी को मिले जनादेश के साथ धोखा है. पहले उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना चाहिए, उसके बाद भाजपा में शामिल होना चाहिए. बाबूलाल डूबती नैया में सवार होने जा रहे हैं. जबकि भाजपा में स्थिति यह है कि विधानसभा को चुनाव को इतने दिन बीत गये, लेकिन अब तक विधायक दल का नेता नहीं चुना गया है. पार्टी में नेताओं की इतनी कमी पड़ गई कि बाबूलाल मरांडी को लाना पड़ रहा है. ‘बाबूलाल ने बीजेपी की बी-टीम बनकर काम किया’
जेएमएम महासचिव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने शुरू से ही बीजेपी की बी-टीम बनकर काम किया. यही कारण था कि विधानसभा चुनाव में उन्होंने सभी जगहों पर अपना उम्मीदवार उतारा था. बाबूलाल के साथ जेवीएम के कार्यकर्ता नहीं है. केवल कुछ नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.