मुजफ्फर हुसैन संवाददाता, रांची
सोहराय पर्व आदिवासियों का एक धरोहर एवं सांस्कृतिक पर्व है।
रांची:- रांची जिला का कांके प्रखंड कांके सरना समिति का उपाध्यक्ष सोहराय टोप्पो यादगार में अपना जन्मदिन सोहराय पर्व के दिन मनाते है। ताकि आदिवासियों का आने वाला पीढ़ी याद रखे और प्रेरणा ले। आदिवासी समाज का महा पर्व सोहराय को लेकर लोगों द्वारा घरों में साज सजावट, घरों के गाय और बैलों काे सजाकर तैयार किया जाता है। सोहराय पर्व मनाने का मुख्य उद्देश्य गाय और बैलों को खुश करना है। गाय और बैल बेजुबान होते हैं और उनकी मेहनत से ही खेतों में फसल तैयार होता है। उनके साथ खुशियों को बांटने के लिए पर्व मनाया जाता है। फसल अच्छी होने के कारण सोहराय पर्व मनाया जाता है।