चान्हो प्रखंड के लद्दाख में शहीद हुए सेना के जवान 25 वर्षीय अभिषेक कुमार साहू आखिर पंचतत्व में विलीन हुए अंतिम विदाई में सैकड़ों की संख्या में भीड़ ने दिखा दिया के देश के लिए कुर्बान होना कितना गर्व की बात होती है बताते चलें कि 3 दिन में पहले अभिषेक कुमार ड्यूटी के दौरान लद्दाख में शहीद हुए थे जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनका पैतृक गांव चोरिया पहुंचा जहां उनके पैतृक आवास पर घरवालों के साथ परिवार वालों ने उनको श्रद्धांजलि दी जिसके बाद गांव से 1 किलोमीटर दूरी के लिए अंतिम यात्रा निकला जहां पर राज्यकए सम्मान के साथ शहीद हुए वीर जवान पंचतत्व में विलीन हुए।
बताया जा रहा है कि 25 वर्षीय अभिषेक कुमार अपने परिवार में सबसे छोटे थे उनके बड़े भाई का रिश्ता तय हुआ था इंतजार था कि अभिषेक कुमार जब छुट्टियों में घर आए तो उनकी शादी होगी और उनकी बड़ी बहन रांची जिले के रातू ससुराल है अभिषेक कुमार की मां दादी और पूरा परिवार का रो रो कर बुरा हाल था
शहीद के सम्मान में 2 किलोमीटर तक मानव संखला भी बनाई गई थी जहां पर लोगों ने रंगोली के माध्यम से अभिषेक कुमार अमर रहे जैसे नारे लिखे हुए थे।
शहीद को श्रद्धांजलि देने वाले महिलाएं हो या बच्चे छतों पर से शहीद के पार्थिव शरीर पर बरसाए फूल।