कैरो (लोहरदगा): देश का संविधान बचाने के लिए हर समुदाय के जाबांज जान की बाजी लगा दिए हैं। एनआरसी, सीएए एंव एनपीआर जैसे काले कानून के विरोध में पुलिसिया जुल्म का शिकार होनेवाले शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी। ये बातें कैरो प्रखंड मुख्यालय स्थित चांदनी चौक में स्वंयसेवी संस्था मौलाना आजाद वेल्फेयर सोसायटी कैरो के अध्यक्ष जावेद अख्तर ने आज सीएए, एनपीआर एवं एनआरसी के एक विरोध कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार जनभावना को दरकिनार कर देश में जबरदस्ती नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू कर दी है। लाठी, डंडे और गोली से विरोध के स्वर को दबाने की नाकाम कोशिश की जा रही है। मौके पर मीडिया प्रभारी जहांगीर अंसारी ने कहा कि तानाशाही सरकार को यह समझना होगा कि विरोध अब जन आंदोलन का रूप ले चुकी है और जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।बाबा साहब भीमराव अंबेदकर का बनाया संविधान हर हाल में अक्षुण्ण रहेगा।मौके पर नदीम सरवर, नशीब अंसारी, अजमल खान, खुर्शीद अंसारी, तजम्मुल अंसारी, वसीम अंसारी अफसर खान, मो. असफाक, अबरार अंसारी, मो. ज़ुबैर, मो. सैफ,अब्दुल कयुम, साबिर अंसारी, साजिद अंसारी, अनवर, नसीम अंसारी, मो. अनामुल, हसन अंसारी, ताहिर अंसारी, गुलजार अंसारी, खुर्शीद अंसारी, कायम अंसारी, सबीर अंसारी, मो. मुस्ताक, रकीब अंसारी, बेलाल अहमद, मो. एहतेशामूल आदि लोग उपस्थित थे।
Recent Comments
on कोल इंडिया के जमीन के बदले नौकरी की जगह किस्तों में राशि देने की नई नीति से भू- रैयत फायेदमंद होंगे- दिनेश