कैरो ( लोहरदगा ) : पूरे देश से उठ रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम, नेशनल रजिस्ट्रेशन ऑफ सिटीजन, राष्ट्रीय जनसंख्या विरोध की चिंगारी कैरो प्रखण्ड में व्यापक रूप से देखने को मिला। प्रखण्ड के विभिन्न गांवों से विभिन्न समुदाय के आये हुए लोग हांथों में तिरंगा झंडा के साथ सविंधान बचाव देश बचाव,एनआरसी,सीएए,एनपीआर , हटाव देश बचाव, समाज को बांटना बंद करो,काला कानून वापस लो, लिखी तख्तियां लेकर विरोध मार्च में शामिल हुये। हिन्दू , मुस्लिम , शिख, ईसाई, आपस मे है भाई-भाई , हिंदुस्तान जिंदाबाद, डॉ भीमराव अंबेडकर जिंदाबाद, संविधान जिंदाबाद, कला कानून वापस लो ,सविंधान में उलटफेर नही चलेगा, मोदी तेरा तानासाही नही चलेगा सहित अन्य नारो के साथ प्रखण्ड मुख्यालय गूंजता रहा।नवाटोली मस्जिद से सुरु होकर कैरो प्रखण्ड मुख्य चौक होते हुए उतका बाजार टांड से वापस होकर कर मेला टांड में विरोध मार्च सभा के रूप में तब्दील हो गई। तथा बी डी ओ को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया
सविंधान बचाव देश बचाव सभा का नजारा
कार्यक्रम में एनआरसी, सीएए,और एनपीआर के विरोध में प्रखण्ड के विभिन्न समुदाय के लोग पहुंच कर विरोध जताया। कांग्रेस नेता महताब आलम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लाखो मुसलमानों ने भी अपनी जान की कुर्बानिया दे दी हैं। सविधान को बचाने के लिए हम सब फिर से जान की आहुति देने को तैयार है लेकिन देश मे गंगा जमुनी तहजीब को भंग नही होने देंगे। वंही मौलाना आजाद वेलफेयर सोसाइटी के सदस्य इमरान खान ने सभा मे आजादी के नारों से जोश भरते हुए कहा कि अब देश की नकारात्मकता की राजनीति को लोग नकार चुके है । संविधान से ऊपर कोई नही सविधान बचाने की लड़ाई आगे भी जारी रहेंगे उन्होंने कहा कि सविधान के अनुच्छेद 14 मे स्पष्ट उल्लेखित है कि भारत मे जाती ,धर्म , लिंग के आधार पर नागरिकता नही दी जाएगी। सविधान के अनुच्छेद 15 में उल्लेखित है कि भारत मे सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है। मौजूदा नागरिकता संशोधन कानून के अनुच्छेद 21 व 22 का खुला उलंघन है । यह अधिनियम लाकर भारत के सविंधान के प्रस्तावना में छेड़ – छाड़ की गई है। जिसमें मुस्लिम ही नही देश के हरेक समुदाय के लोग आते है। पूरे देश मे नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के विरोध में हर धर्म और समुदाय के लोग विरोध कर रहे है और सविंधान के दायरे में रहकर आंदोलन कर रहे है। मौके पर तौकीर अहमद,मुर्शिद आलम,मुस्लिम अंसारी,जोरावर खान,मो इंतखाब, मो सहाबुद्दीन ,मो सजाद, मो शनउल्लाह,अख्तर अंसारी, जमील अखतर, समरुद्दीन अंसारी,मौलाना खलील,जहांगीर अंसारी, जावेद अंसारी,मनान खान,हारून रशीद,नशीब अंसारी,शुखदेव उराँव,मंजन उराँव,नरायन उराँव,देवनाथ उराँव,मकबूल अंसारी ,रिजवान अंसारी,नसीब अंसारी,नसीम अंसारी,अतिकुर रहमान,रेयाज अंसारी, जाबिर अंसारी,मतलब अंसारी,मोइन खान,मजूल अंसारी,अल्ताफ अंसारी,हुसैन खान, सहित हजारो लोग उपस्थित थे।
ग्रामीण क्षेत्रों में एनआरसी,सीएए और एनआरपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
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