रिपोर्ट: सद्दाम अंसारी
किस्को लोहरदगा :— किस्को प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किस्को में गर्भवती महिलाओं को नहीं मिलता है कोई सुविधा जिसे पहुंचे अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पडता हैं जिसे गर्भवती महिलाएं सहित मरीजों में भी आक्रोश व्याप्त है सरकार द्वारा जन-जन तक बेहतर स्वास्थ सुविधाएं पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपया खर्च कर रही है सरकार अस्पतालों को सुविधाओं और संसाधनों से लैस किया जा रहा है लेकिन इसी के साथ किस्को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों व कर्मियों को मनमानी भी प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिसे अस्पताल पहुंची गर्भवती महिलाएं के सहित मरीजों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है अस्पताल में गर्भवती महिलाओ को इस कड़ाके की ठंड में कंबल नहीं दिया जाता है और पेन किलर का इंजेक्शन भी नहीं दिया जाता है अगर रात में कोई मरीज पहुंचता है तो उसका समुचित इलाज हो पाएगा यह कहना भी बहुत मुश्किल साबित हो गया है चिकित्सकों ने गर्भवती महिलाओं के सहित मरीजों को एडमिट तो कर लेता है लेकिन संपूर्ण सुविधा के साथ इलाज भी सही ढंग से नहीं किया जाता है ऐसी स्थिति में मरीज के परिजनों ने दूसरे अस्पताल ले जाने का निर्णय लेता है कुछ मरीजों का कहना है कि बहुत उम्मीद व भरोसे के साथ अस्पताल पहुंचते हैं लेकिन सही ढंग से सुविधा नही मिलता है ना ही मरीजों का समुचित इलाज किया है साथ ही मरीजों का कहना है कि चिकित्सकों ने उच्च स्तरीय पदाधिकारी का पालन भी नहीं करते है और पदाधिकारी कभी जांच में नहीं आते हैं जिसे चिकित्सकों का मनोबल प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ दिलीप कुमार बेहरा से बात किये जाने पर उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी के कारण समय से मरीजों का इलाज नहीं हो पाता है और गर्भवती महिलाओं को संपूर्ण सुविधाओं के लिए उच्च स्तरीय पदाधिकारी से अवगत कराया गया है जल्द ही समस्या में सुधार हो जाएगा साथ ही ने बताया कि आपातकालीन व्यवस्था के लिए 108 पर फोन कर एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं