कुडू – लोहरदगा : बीते कुछ दिनों से कुडू प्रखंड में अज्ञात कारणों से काफी पक्षियों की मौत हो गई है। इससे पक्षियों पर भी बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है। खतरे को देखते हुए पशुपालन विभाग अलर्ट हो गया है। विभाग ने इसकी रोकथाम को सभी पशु चिकित्सकों को खासकर बत्तख और मुर्गी फार्मों पर नजर रखने के निर्देश दिया है। इस क्रम में सोमवार 17 फरवरी को एक बार फिर से पशु चिकित्सकों की एक टीम जिसमे प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी शुशील तिग्गा, भ्रमणशील पशु पदाधिकारी कुडू डॉ अनूप कुमार, बड़की चापी के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ तनवीर अख्तर, विनय कुमार, अबरार आलम और जुनैद आलम शामिल थे। टीम ने प्रखंड के कुडू, जामड़ी, डोरो टोली आदि विभिन्न गांव का दौरा कर मुर्गी – बत्तख फार्म एवं घरों में पल रहे पक्षियों के खून, क्लोएका एवं गले से स्वाब का नमूना संग्रह किया है। जिसे रांची के कांके स्थित पशु स्वास्थ एवं उत्पादन संस्थान भेजा जाएगा। जहां से जांच के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल भेजा जाएगा। गौर तलब है कि प्रखंड क्षेत्र में कौवे, बगुले, महुकल आदि दर्जनों पक्षियों की मौत की खबर प्रकाशित होने के बाद बीते 14 फरवरी को भी पशु चिकित्सकों के एक दल ने मृत पक्षियों को एलआरएस भेजा था। जिसके बाद विभाग ने सभी जिलों को पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू की संभावनों को देखते हुए सावधानी बरतते हुए मृत पक्षियों को लैब न भेजकर उन्हें ज़मीन में गाड़ने के निर्देश दिए हैं। डॉ शुशील तिग्गा ने बताया कि यह एक प्रकार इनफ्लूएंजा टाइप वायरस होता है। जो बदलते मौसम में ज्यादा सक्रिय होता है। खासतौर पर यह रोग मुर्गी, बत्तख, कबूतर, कौआ आदि में फैलता है। रोग की चपेट में आते ही चंद घंटों में ही पक्षी की मौत हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी इसकी पुष्टि नही हुई है। फिर भी विभाग सभी तरह के एहतियात बरत रहा है साथ ही आगे आने वाले खतरे से निबटने की सारी तैयारी की जारही है।
पशुपालन विभाग पक्षियों की हो रही मौत को लेकर अलर्ट। बर्ड फ्लू की पुष्टि होने पर मीट कारोबार को लग सकता है झटका।
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