Ranchi :: चान्हो: महाकवी घांसी राम महली का 162 वीं जयंती समारोह का आयोजन रविवार को उनके पैतृक गांव करकट में किया गया। जयंती समारोह कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में राज्य मंत्री रामेशवर उरांव एवं विशिस्ट अतिथि स्थानीय विधायक बन्धु तिर्की उपस्थित हुवे। जिन्होंने सर्व प्रथम अवस्थित महाकवि के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दिए। ततपश्चात कार्यक्रम का उद्धघाटन अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर किया गया। इससे पुर सभी अतिथियों का बुक्के देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के सुरुवात महली जन- जाती विकाश मंच का अध्यक्ष पूर्व एसपी हरिनारायण महली ने स्वागत के साथ महाकवी घांसिराम महली जीवनी का बर्णन करते हुवे कहा महाकवी कि जन्म 1जनवरी 1859 को हुवा था। इनके द्वारा नागपुरी की पहली पुष्तक 1911 ई में प्रकाशन हुवा। जिन्होंने नागपुरी की देश मे पहचान दिया है। मुख्यतिथि रामेश्वर उरांव ने अपने सम्बोधन में कहा कि महली समाज काफी पिछड़ा हुआ है। जरूरत है एकजुट होकर उसको लड़कर लेने की सरकार चाहे किसी की भी हो जब लोग मजबूत होते हैं तभी सरकार सुनती है यह बातें समझने की जरूरत है। विशिस्ट अतिथि
बंधु तिर्की ने कहा स्मारक समिति हमको और जमीन उपलब्ध कराएं हम बहुत ही जल्द यहां पर एक समुदाय केंद्र का शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा महली जन जाती विकाश मंच के ओर से कलाकारों के मानदेय को लेकर मंत्री को मांग पत्र सौंपा गया। मौके पर स्मारक समिति के अध्यक्ष मक्केश्वर महली, पद्मश्री मुकुंद नायक, मधु मंसूरी,
रमेश महल, मोहसिन खान, अजीत सिंह, जिपस बबीता सिंह, मांडर प्रमुख अनिता देवी, महावीर तिर्क, बसंत महली, राम लखन महली, आनंद राम, मनीष बरवार, शिव शंकर महली, किशन महली, विष्णु महली, रघुवर महली, सुधांशु बार-बार, लक्ष्मण महली, मक्केश्वर महली, संतोष महली, मनोज राम माहली, भोला महली, देवेंद्र महली सही अन्य उपस्थित थे।