कल 10:00 बजे समाहरणालय मैदान के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा : अजीत मुंडा
बहुजन क्रांति मोर्चा NPR NRC CAAके खिलाफ Boycottआंदोलन का चरणबद्ध तरीके से पूरे भारत देश में आंदोलन किया जा रहा है पहला चरण 4 मार्च 2020 को तहसील स्तर पर धरना प्रदर्शन किया गया दूसरा चरण 11 मार्च 2020 को जिला स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा तीसरा चरण 18 मार्च 2020 ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन रैली चौथा चरण 26 मार्च 2020 को भारत बंद आंदोलन पांचवा चरण 1 अप्रैल 2020 से NPR का Boycott आंदोलन किया जाएगा इसका राष्ट्रीय जनता दल लोहरदगा समर्थन करती है और तमाम लोहरदगा वासियों से अपील करती है कि इस चरणबद्ध आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा आकर संवैधानिक तरीके से लोकतांत्रिक तरीके से यह कानून का पुरजोर विरोध करें ताकि यह भारत सरकार के कानों तक जाएं क्योंकि हमारा भारतीय संविधान के मूलभूत एवं मौलिक अधिकार अनुच्छेद 14 15 19 (1)(4)19 (1)(b)0 यह को क्षति पहुंचाता है देश इसके द्वारा धार्मिक आधार पर बांटा जा रहा है जिससे देश की धर्मनिरपेक्ष छवि को क्षति पहुंच रही है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिमा खराब हो रही है देश में केंद्र सरकार की प्रतिमा खराब हो रही है देश में केंद्र सरकार ने इस एक के जरिए आपातकाल की स्थिति निर्माण की है इसलिए अनुरोध है कि इस असंवैधानिक कानून को रद्द किया जाए
(1) NPR के विरोध में
(2) CAA एवं NRC के विरोध में
(3) Evm के विरोध में
(4) DNA based NRC के समर्थन में
(5) obc की जाति आधारित गिनती न करने के विरोध में
(6) पदोन्नति में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं ऐसा कह कर आरक्षण समाप्त करने का सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया और बीजेपी केंद्र सरकार ने इस अधिकार को बचाने के लिए कुछ नहीं किया इसके विरोध में
(7)0 सरकारी कंपनियों को औने पौने दाम में उद्योगपतियों को बेचने के विरोध में अर्थात निजीकरण के विरोध में( रेलवे एलआईसी एयर इंडिया बीपीसीएल बैंक आदि)
(8) आदिवासियों को हिंदू बनाने के षड्यंत्र के विरोध में
(9) आदिवासियों के धर्म को मान्यता न देने के केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में
(10) संविधान की पांचवी और छठी अनुसूची खत्म करने के विरोध में
(11) डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर और गांधी के बीच में जो पूना पैक्ट हुआ था उस में अनुसूचित जाति जनजाति के प्रतिनिधि के तौर पर डॉ बाबासाहेब आंबेडकर का हस्ताक्षर था और सहमति थी पिछले 70 साल से अनुसूचित जाति जनजाति यों के किसी भी संगठन या नेतृत्व के द्वारा सहमति नहीं ली गई कि आरक्षण बढ़ाया जा रहा है डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर समझ गए थे कि हमें सही और सच्चे प्रतिनिधित्व के अधिकार से वंचित किया जा रहा है ऐसे नॉमिनेटेड प्रतिनिधित्व के विरोध में
(12) घुमंतू जनजातियों को राष्ट्रीय मान्यता न देने के विरोध में लिंगायत व सिख धर्म को स्वतंत्र मान्यता न देने के विरोध में
(13) एसटी एससी ओबीसी तथा धार्मिक अल्पसंख्यक पर देश भर में हो रहे अन्याय अत्याचार के विरोध में
(14) महिलाओं पर हो रहे अन्याय अत्याचार और उनके शारीरिक मानसिक उत्पीड़न के विरोध में
(15)0 माइनॉरिटी के( खास तीर पर सिख मुस्लिम और क्रिश्चियन) लिए कम्युनल राइट्स प्रिवेंशन एक्ट न बनाने के विरोध में
(16) सफाई कर्मियों के सरकारी काम को ठेकेदारी प्रथा में बदलने के विरोध में
(17) किसानों को लागत मूल्य का डेढ़ गुना ज्यादा दाम नहीं दिया जा रहा है उसके विरोध में होगा राष्ट्रीय बायकाट आंदोलन
0 उपरोक्त मुद्दों पर आपसे निवेदन किया जाता है उपरोक्त हमारे मांगे मानकर देश शांति कानून व्यवस्था
भवदीय