रिपोर्ट नेहाल अहमद
किस्को/लोहरदगा:जिले के किस्को प्रखंड क्षेत्र के पाखर से रिचुघुटा जाने वाली मुख्य सड़क जिसमें पाखर माइंस से रिचुघुटा चलने वाली ट्रकों की संख्या 200 है। उक्त सड़क की दुर्दशा लोगों के लिए बड़ी मुश्किल का डगर बन गया है। लोग आए दिन अपनी जान हथेली में रखकर आवागमन करते हैं परंतु संवेदक एवं पथ निर्माण विभाग के कानों में जूं तक रेंग नहीं रही है। इधर प्रतिदिन दो सौ ट्रकों के परिचालन होने से पाखर रिचुघुटा पथ का दुर्दशा देखते ही यह प्रतीत होता है कि कभी भी किसी की अकारण मौत हो सकता है। सड़क की भयावह स्थिति से पार पाना राहगीरों और ट्रक चालकों के लिए हर वक्त खतरों का खेल साबित हो रहा है फिर भी संवेदक अपनी मनमानी रवैया से बाज नहीं आ रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों हुए बारिश से पाखर से रिचुघुटा को जोड़ने वाली सलैया के समीप की सड़क का अस्तित्व विलुप्त होने के कगार पर आ पहुंचा है। सड़क का निशान विलुप्त होने से लोगों को उक्त स्थान से गुजरना हर वक्त बड़ी चुनौती बना रहता है। सलैया के समीप सड़क की बदहाली के वजह से गुरूवार को हुए हल्की बारिश में ही दम तोड़ डाला है। बात रिचुघुटा लोहरदगा व पाखर मुख्य पथ की करें तो संवेदक और विभागीय उदासीनता के वजह से आज तक करोडो़ की लागत से बनाई जा रही इन सभी सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है जबकि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से इन सड़कों के निर्माण कार्य में किसी तरह की परेशानी न हो इसे ले पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई है बावजूद संवेदक और संबंधित विभाग द्वारा सड़क निर्माण कार्य में गति लाने में नाकाम साबित हुआ है।