पटना: राजद व अन्य विपक्षी दलों के शनिवार को बिहार बंद के दौरान करीब तीन घंटे तक पटना का फुलवारीशरीफ रणक्षेत्र बना रहा। पुलिस व प्रशासन ने भारी मशक्कत कर किसी तरह हालात पर काबू में करने का दावा किया है।
पटना के डीएम कुमार रवि और एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा कि फुलवारीशरीफ में हालत अब काबू में है और मुख्य मार्ग पर यातायात भी सुचारू हो चुका है। पुलिस प्रशासन ने गोलीबारी करने वालों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई में जुट चुका है।
शनिवार को बिहार बंद के दौरान फुलवारीशरीफ के संगतपुर स्थित टमटम पड़ाव पर बंद समर्थकों के जुलूस को रास्ता देने के विवाद में स्थानीय लोगों व बंद समर्थकों के बीच पहले जमकर पथराव हुआ, फिर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।
पथराव और गोलीबारी में दो दर्जन से भी अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। इनमें चार लोग गोली लगने से घायल बताए जाते हैं। सभी घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया है। इनमें दो की स्थिति गंभीर बताई जाती है।
पटना के डीएम कुमार रवि ने बताया कि फुलवारीशरीफ के हर प्रमुख चौक-चौराहों और गलियों में पुलिसफोर्स को तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन गोलीबारी करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान कर गिरफ्तारी में जुटा है।
गौरतलब है कि राजद के आह्वान पर आहूत बिहार बंद के दौरान टमटम पड़ाव के पास प्रदर्शन के दौरान संगतपुर मुहल्ले से कुछ असामाजिक तत्वों ने राजद के प्रदर्शनकारियों पर पथराव कर दिया था जिसके बाद दोनों ओर से पथराव में कई पुलिस कर्मियों सहित प्रदर्शनकारी घायल हुए।
प्रदर्शनकारियों पर अचानक हुए हमले से वहां भारी अफरातफरी की स्थिति बन गई। देखते ही देखते हालत बेकाबू होते चले गए। ऐसे में प्रशासन को भी लाठीचार्ज ,आंसू गैस के गोलों के साथ वाटर कैनन का भी प्रयोग करना पड़ा।
करीब तीन घंटे बाद हालात सामान्य हो पाए और सड़कों पर आवागमन बहाल हो सका। यहाँ हुए पथराव में पुलिस कई जवानों के सिर फट गए। चाकूबाजी में भी एक युवक के घायल होने की सूचना मिल रही है।
हालात सँभालने के लिए पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ,एसएसपी गरिमा मलिक,एसडीएम सहित आसपास के करीब एक दर्जन थानों की पुलिस घटनास्थल पर कैम्प कर रही है।