Ranchi: ग्लोबलहंट फाउंडेशन (जीएचएफ) के सहयोग से आईएचएम रांची में “मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता” पर एक ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। सत्र में मासिक धर्म क्या, क्यों और कैसे होता है, इसमें मासिक धर्म का अर्थ और जैविक समझ विकसित करना शामिल है, इस पर व्यापक समझ शामिल था। इस वार्ता में मासिक धर्म के दौरान बनाए रखने के लिए स्वच्छता प्रथाओं पर छात्रों के बीच संबंधित सामाजिक वर्जनाओं और जागरूकता पर भी जोर दिया गया। प्रशिक्षण सत्र का संचालन सुश्री अंकिता सुखवाल, सीएसआर कार्यकारी, यूनिचार्म, भारत द्वारा किया गया था, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीरियड वर्जना नहीं है, यह महिलाओं की प्रजनन प्रणाली की एक प्रक्रिया है। लैंगिक असमानता, भेदभावपूर्ण सामाजिक मानदंड, सांस्कृतिक वर्जनाएं, गरीबी और बुनियादी सेवाओं की कमी के कारण अक्सर लड़कियों और महिलाओं के मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता की जरूरत पूरी नहीं हो पाती है। किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान कलंक, उत्पीड़न और सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने सैनिटरी पैड के बजाय टैम्पोन पैड के उपयोग पर भी प्रकाश डाला। इस सत्र में सुश्री अनिंदिता भारद्वाज, सीनियर लेक्चरर, आईएचएम रांची समन्वयक थीं और सभी छात्राओं ने भाग लिया और सवाल उठाए, जिनका सुश्री अंकिता ने अच्छी तरह से उत्तर दिया।