रिपोर्ट अमित कुमार सिंह
किसान हितैषी होने का दिखावा कर रहे हैं पूंजीपतियों के शुभचिंतक – धीरज दुबे
पूंजीपतियों के हितैषी किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं – धीरज दुबे
बिचौलियागिरी समाप्त कर एफसीआई के माध्यम से धान क्रय होगा – झामुमो
झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला प्रवक्ता धीरज दुबे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पूंजीपतियों के हितैषी भाजपा, किसान के शुभचिंतक होने का दिखावा कर रही है। किसानों का हक-अधिकार पूंजीपतियों के हाथों बेचने वाले राज्य में किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। देशभर के हलधर केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के खिलाफ एकजुट होकर आंदोलन पर बैठे हुए हैं। खेती-बाड़ी को घर की महिलाओं के भरोसे छोड़कर वह कड़ाके की ठंड में अपना अस्तित्व बचाने के लिए लड़ रहे हैं परंतु केंद्र सरकार कान में तेल डालकर सो रही है। पूरा देश इनकी नीति-नियत और छलावे को देख रही हैं। भाजपा पार्टी जहां भी सत्ता में होती है वहां अप्रत्यक्ष भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती है। झारखंड में ज्यादातर योजनाएं मूल दर से अधिक पर बनाई गई थी। जिसे हेमंत सरकार ने खारिज करते हुए नए स्तर पर योजनाओं का प्राक्कलन तैयार करने का आदेश दिया है। ऐसी प्रवृत्ति अप्रत्यक्ष भ्रष्टाचार का उदाहरण है। इसी तरह देश में भी केंद्र सरकार निजीकरण के माध्यम से रेलवे, हवाईअड्डा, धरोहर एवं खेती को धनकुबेरों के हवाले कर अप्रत्यक्ष भ्रष्टाचार से स्वहित में काम कर रही है। झारखंड में भाजपा के लोग उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। अगर भाजपाई असली किसान हितैषी है तो अपनी पार्टी से इस्तीफा देकर केंद्र सरकार का पुतला फूंके एवं किसान विरोधी कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करें। झारखंड सरकार किसानों के हित में सर्वोच्च काम कर रही है इस वर्ष धान क्रय में किसानों को प्रति क्विंटल 182 रूपये का बोनस भी दिया जा रहा है। ऐसा होने से झारखंड में पहली बार साधारण धान 2050 रुपए एवं ग्रेड-ए धान 2070 रुपए प्रति क्विंटल की दर से (बोनस सहित) क्रय की जाएगी। सूबे के मंत्री सह स्थानीय विधायक मिथिलेश ठाकुर ने बिचौलिया मुक्त धान क्रय हेतु पैक्स को दरकिनार कर भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से जिले में धान क्रय कराने का प्रावधान कराया है। श्री ठाकुर की पहल से रमकंडा एवं चिनिया में दो अतिरिक्त धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं ताकि उक्त दोनों प्रखंड के किसानों को धान बेचने में सुविधा मिलें। अगले 4 वर्षों में सभी क्षेत्रों में इतना काम होगा कि भाजपा पार्टी के नेतागण चुनाव में नामांकन भरने से घबराएंगे। चूंकि विकास कार्यों को देखते हुए जनता खुद कार्यकर्ता के रूप में अपना जनप्रतिनिधि चुनने का काम करेंगे।