रांची: सीएए, एनआरसी और एनपीआर कानून का विरोध प्रदर्शन अब ग्रामीण क्षेत्रों पर भी देखने को मिल रहा है, इसी कड़ी में शुक्रवार को राजधानी रांची के ग्रामीण क्षेत्रों पर रहने वाले अल्पसंख्यकों ने भी जुमे की नमाज के बाद हाथों में तख्ती लेकर मौन जुलूस और मानव श्रृंखला बनाकर इस कानून का विरोध प्रदर्शन किया।
मौके पर मौजूद कांग्रेस ग्रामीण जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार बैठा ने कहा कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर कानून का कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने शुरू से ही विरोध करते आ रहे हैं। झारखंड में भी महागठबंधन कांग्रेस की सरकार है और इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी एलान कर चुके हैं कि झारखंड में यह काला कानून लागू नहीं किया जाएगा। आज देश बेरोजगारी पलायन मंदी जैसी समस्याओं से जूझ रही है और भाजपा सरकार इन सब मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के कानून लाकर लोगों को गुमराह करना चाहती है लेकिन देश की जनता अब भाजपा के जनविरोधी नीतियों को पहचान चुकी है और धीरे-धीरे भाजपा को ही देश से साफ करने का काम कर रही हैं। वही पूर्व जिला परिषद ऐनुल हक अंसारी मैं भी कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्रों पर किसानों के जमीन का कागजात को सरकार सुधार नहीं पाई है तो अब इस तरह के संविधान विरोधी काला कानून लाकर यहां के किसानों को नोटबंदी के बाद फिर से अपने नागरिकता के प्रमाण के लिए मारना चाह रहे हैं। किसी भी तरह हमलोग इस कानून को लागू नहीं होने देंगे।
सीएए, एनआरसी और एनपीआर कानून का विरोध प्रदर्शन अब ग्रामीण क्षेत्रों पर भी देखने को मिल रहा है
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