मानवता का मिसाल पेश किया दानिश इकबाल ने रक्तदान हिंदू लड़की को देखकर
ओरमांझी- इंसानियत कभी नहीं मरती है चाहे लोग कुछ भी कहे आज भी ऐसे लोग हमारे आसपास रहते बस्ते हैं जो लोगों की सेवा मानव भावना से करते हैं जिसके सामने धर्म आड़े नहीं आता ऐसा ही एक अनोखा मिसाल देखने को शुक्रवार को स्पेलसिस हॉस्पिटल इरबा में मिला जहां एक हिंदू लड़की को मुस्लिम लड़का ने ब्लड दान कर मानवता का जीता जागता उदाहरण पेश किया लड़की ओरमांझी के चकला मधुबन टोली की रहने वाली जो कि मधुवन रूपा देवी 26 वर्षिय है जिसका इलाज 1 सप्ताह पहले से सलेपियस हॉस्पिटल में हो रहा था जिसका टोयोटा शोरूम मधुबन के पास 1 सप्ताह पहले दुर्घटना हो जाने के कारण पैर की हड्डी टूट गया था जो काफी कमजोर हो गई है जिसको डॉक्टरों ने ब्लड चढ़ाने की सलाह दी जिसके बाद रूपा देवी को ओ पॉजिटिव ब्लड की काफी आवश्यकता थी रूपा देवी व उनके परिवार वाले अपने रिश्तेदारों आसपास के लोगों से ब्लड का भीख मांगा मगर किसी ने ब्लड नहीं दिया जिस कारण से परिवार वाले काफी मायूस थे जिसकी खबर एक मुस्लिम लड़का चकला निवासी दानिश इकबाल पिता मोहम्मद जैनुल आबेदीन को चला तो वआनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचा और मरीज के परिवार वालों से से मिला और इसे एक यूनिट ब्लड दान कर दिया ब्लड देने पर रूपा देवी के परिवार वालों ने दानिश इकबाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज भी मानवता जिंदा है जिसके कारण लोग दूसरे के दुख दर्द में बढ़-चढ़कर बिना जात-धर्म देखें बैगर सामने आ जाते हैं वही दानिश इकबाल ने कहा कि मानव सेवा काफी पुण्य का कार्य है लोगों को इस तरह की सेवा के लिए आगे आना चाहिए मानवता की सेवा ही जीवन का सर्वोत्तम कार्य है मालूम हो कि दानिश इकबाल हमेशा मानव सेवा के लिए तत्पर रहते हैं दानिश इकबाल सामाजिक कार्यकर्ता है वेट लोगों की सेवा निस्वार्थ करते हैं दानिश इकबाल का मेदांता हॉस्पिटल के बाहर दवाई दुकान है हम सबको ऐसे मानवता की मिसाल पेश करने करने वाले लोगों से प्रेरणा लेना चाहिए और बिना भेदभाव के समाज के दबे कुचले लोगों की सेवा के लिए आगे आना चाहिए ताकि देश विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो सके और एकता व मानवता का कड़ी मजबूत हो सके