रांची के अरगोड़ा पीपर टोली स्थित अपर कोचा में भैरो तिग्गा के मकान में किराए पर रहने वाली रेखा तिग्गा और उसकी छह वर्षीय पुत्री प्रियांशी तिग्गा की हत्या के आरोपी मो शमीम को पुलिस ने धर दबोचा है। एक सितंबर 2019 को मां-बेटी का शव घर में बने सॉकपीट से सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया गया था। तब से शमीम फरार चल रहा था। शमीम को पिठोरिया से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि भैरो तिग्गा के मकान में बनी सेप्टिक टैंक से रेखा तिग्गा (27) व उसकी बेटी प्रियांशी तिग्गा (5) का कंकाल बरामद किया गया था। महिला मूल रूप से रातू थाना क्षेत्र के डंडई, हेहल की रहने वाली थी और वर्तमान में पिपरटोली के अपर कोचा स्थित भैरो तिग्गा के मकान में शमीम के साथ किराए पर रहती थी। कंकाल मिलने के बाद मामले में रेखा के भाई बंधना उरांच के बयान पर आरोपित शमीम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
आरोपित के घर हुई थी कुर्की
आरोपित मो. शमीम पेशे से राज मिस्त्री है और मूल रूप से रातू के हुरहुरी का रहने वाला है। उसके घर पुलिस ने कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की थी। रेखा तिग्गा मजदूरी करती थी। उसी दौरान उसकी दोस्ती हुई थी। रेखा के पति की मौत हो जाने की वजह वह शमीम के साथ ही लिव इन में रहने लगी थी। इस बीच रेखा और उसकी बेटी की हत्या कर दी। इसके बाद से फरार हो गया है।
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से ही वह घर नहीं गया था। पुलिस ने आरोपित की पत्नी और परिजनों से पूछताछ की। उन्होंने पुलिस को बताया है कि पिछले एक महीने से वह घर नहीं गया था। पिछले 21 अगस्त 2019 से मकान मालिक ने रेखा को नहीं देखा था। 22 अगस्त को आरोपित शमीम आया और कहा था कि उसे घर में नहीं रहना, वह घर खाली करेगा। इसके बाद से फरार था।
मक्खियों की भिनभिनाहट से मिला था कंकाल
एक सितंबर 2019 की सुबह भैरो तिग्गा के घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक के सोख्ता में लोग गए, तो देखा कि वहां मक्खियां भिनभिना रही थीं। उन्होंने इसकी सूचना रेखा की भतीजी को दी। रेखा की भतीजी व दामाद पहुंचे। दामाद अनिल तिग्गा नगर निगम कर्मी हैं। इसके बाद भैरो ने परिवार के अन्य सदस्य को बुलाने के लिए कहा और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। मौके पर परिवार के लोग भी पहुंचे। जब सोख्ता का स्लैब उठाया गया, तो वहां मां-बेटी का कंकाल पड़ा था। कपड़े व चप्पल देखकर परिजनों ने मां-बेटी की पहचान की थी।