मुजफ्फर हुसैन संवाददाता, रांची
रांची:-राँची विश्वविध्यालय प्रशासन द्वारा सिंडिकेट की मीटिंग में जो प्राचार्य, शिक्षक और कर्मचारी का वर्ष सेवा विस्तार करने का निर्णय लिया है और पारित किया गया है। वो बहुत ही ग़लत निर्णय हैं,और युवा विरोधी निर्णय हैं, अनुशंसा न्यायसंगत नहीं हैं,एनएसयूआई इसका विरोध करती है। राष्ट्रीय संयोजक शारिक अहमद ने कहा की जिनका फिर से राँची विश्वविध्यालय प्रशासन सेवा विस्तार कर रहा है वो लोगों का पहले भी हो चुका है। सेवा विस्तार के बाद शिक्षक 67 और कर्मचारी 62 वर्ष में रिटाइयर् होंगे। एक ओर जहां पी.एच.डी युवा नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहे है। वही छात्र नेताओं के पत्र को सिंडिकेट की बैठक में रखकर प्रस्ताव तैयार सरकार के पास भेजा जा रहा है। सेवानिवृत शिक्षकों को या कर्मचारियों को पुनः सेवा विस्तार देना ग़लत हैं। शारिक अहमद ने कुलपति से मांग किया की अविलंब पारित प्रस्ताव वापस ले और सेवानिवृत तिथि बढ़ाने की बजाए नई नौकरी का प्रस्ताव सरकार को भेजे। पारित प्रस्ताव वापस नहीं लेने पर चरणबद्ध आंदोलन होगा।
मौके पर उपस्थित राष्ट्रीय संयोजक शारिक अहमद, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिकेत राज, जिलाध्यक्ष कुमार विक्की, जिला महासचिव मो० अमन अहमद, जिला सचिव इमरान हाशमी, प्रदेश सह सहयोजक सोशल मिडिया मो० हुसैन अंसारी, अब्दुल नबी, गोड्स्न सिंह मुंडा, नेहाल कुमार सिंह आदि छात्र छात्राएं उपस्थित थे।