सीनियर संवाददाता रहमतुल्लाह अंसारी
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में कडरू हज हाउस स्थित शाहीनबाग के 47 वें दिन भी महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रहा। आज 6 मार्च 2020 को महिलाओं का एक बड़ा समूह सिसई, पिठोरिया, लोहरदगा, चंदवे, भीठा, पंडरा, मांडर, मुड़मा, चकला, परहेपाट, बीजूपाडा, आदि स्थानों से शाहीनबाग धरना स्थल पर पहुंचकर अनिश्चितकालीन धरना में बैठ गई। महिलाओं ने कहा कि आज 47 वे दिन धरना का होने जा रहा है। अब तक झारखंड सरकार एनपीआर पर चुप्पी साधे हुए हैं। मानो राज्य के बारे में कुछ पता ही नहीं है। हेमंत सरकार को एनपीआर पर अपना स्टैंड क्लियर करनी चाहिए। वह अब तक खामोश क्यों है। यह समझ में नहीं आ रहा है। जब कि 1 अप्रैल से जनगणना होना है। हेमंत सर सरकार क्लियर करें की एनपीआर पर जनगणना होगा या 2010 के हिसाब से जनगणना होगा। आखिर कौन सी डर हेमंत सरकार को चुप्पी साधने पर मजबूर कर रही हैं। वही गुरुवार देर रात पूर्व आईएएस ऑफिसर कानन गोपीनाथ ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मैं रांची के बीआईटी मिश्रा से इंजीनियरिंग करके 2012 में निकले हैं। कश्मीर में गैरकानूनी तरीके से धारा 370 खत्म करने पर इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एनआरसी के द्वारा देश में एक ऐसा माहौल खड़ा करना चाहती है। जिसके तहत जो हिंदुस्तानी अपने दादा परदादा के जन्म के कागजात नहीं दे सकेंगे उनको डॉट फुल कर के उनके नागरिकता छीनने का इरादा रखती है। कन्नन ने प्रधानमंत्री के बातों को कोर्ट करते हुए कहा कि जब देश में एनआरसी के ऊपर कोई चर्चा नहीं हुआ है तो फिर एनपीआर कराकर देश की संपत्ति को बर्बाद क्यों किया जा रहा है। एनपीआर पर ट्रेनिंग कियु दिया जा रहा है। आप इसको समझिए। जब हमें पुड़ी पकाना ही नहीं है, तो फिर हम पुड़ी के लिए आटा क्यों गूंद रहे हैं। क्यों हम हटा को बर्बाद कर रहे हैं। इसे समझना होगा। वहीं आमिर अजीज ने भी अपने नज़्मों से लोगों को आगाह किया कि आप घबराएं नहीं यह छात्राओं के द्वारा शुरू हुआ यह आंदोलन कामयाब होगा।
फिरोज जिलानी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा आज का मीडिया आज के दौर में आम आदमी से दूर और सरकार के नज़दीक है